नयी दिल्ली. सीवान के निर्दलीय सांसद ओम प्रकाश यादव ने शुक्रवार को भ्रष्टाचार, महंगाई और सरकार की ओर से विपक्ष के नेताओं के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध का हवाला देते हुए केंद्र की यूपीए सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया. इससे पहले वह भाजपा के टिकट पर अगला चुनाव लड़ने का संकेत दे चुके हैं.
श्री यादव ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजे पत्र में कहा कि वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्ववाली केंद्रीय मंत्रिपरिषद से अपने समर्थन को वापस लेते हैं. श्री यादव ने सीवान में राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब को पराजित किया था. राष्ट्रपति को लिखे पत्र में उन्होंने यूपीए शासन के दौरान व्याप्त भ्रष्टाचार और महंगाई के मुद्दे का भी उल्लेख किया और कहा कि यूपीए सरकार इन मुद्दों से निबटने में पूरी तरह नाकाम रही है.
इतना ही नहीं, उसने विपक्ष के नेताओं के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम करना शुरू कर दिया है और इस संबंध में पिछले एक-दो दिनों में सरकार द्वारा लिये गये निर्णय लोकतंत्र के बुनियादी प्रकृति के खिलाफ है. यादव ने इस पत्र की प्रति प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी भेजी है.
सूत्रों का कहना है कि यादव कुछ समय से भाजपा से जुड़ने की तैयारी में लगे हैं उन्होंने नरेन्द्र मोदी को एक मजबूत नेता बताते हुए कहा था कि देश को इस समय एक शक्तिशाली नेतृत्व की जरुरत है.