नयी दिल्ली : अंतत: आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में बन रही है और अरविंद केजरीवाल 28 तारीख को शपथ ग्रहण करेंगे. उन्हें तीन जनवरी को विधानसभा में बहुमत सिद्ध करना है, लेकिन आप को समर्थन पर कांग्रेस में फूट पड गयी है.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस के तीन विधायक क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं. हालांकि कांग्रेस पार्टी की ओर से कहा गया है कि उसके सभी आठ विधायक आप के समर्थन में वोट करेंगे. खबर यह भी है कि कांग्रेस के कुछ विधायक आम आदमी पार्टी के संपर्क में हैं. हालांकि अरविंद केजरीवाल ने इस बात से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि हमारे संपर्क में सिर्फ हमारे विधायक हैं. हमें किसी पार्टी के विधायकों ने संपर्क नहीं किया है. आलम यह है कि यदि पार्टी के बड़े नेताओं ने समर्थन पर पुनर्विचार के मामले को आगे बढ़ाया तो कांग्रेस में बगावत से इनकार नहीं किया जा सकता है.
महत्वपूर्ण यह भी है कि कांग्रेस के बागी विधायकों को अरविंदर सिंह लवली को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने तथा अब हारून यूसुफ को विधायक दल का नेता बनाने की तैयारियों को लेकर सख्त एतराज है. इनका मानना है कि ये दोनों नेता पिछले 15 सालों से सत्ता का सुख ले रहे हैं जबकि बाकि इन विधायकों को कुछ नहीं मिला. ऐसे में पार्टी द्वारा समर्थन वापस लेने पर यदि उनकी विधायकी भी चली जाती है तो उन्हें क्या मिलेगा. इतना ही नहीं यदि आप की सरकार पिछली कांग्रेस सरकार के खिलाफ कोई जांच शुरू कराती है तो उसकी आंच भी पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, लवली और यूसुफ तक ही आनी है. बाकी विधायकों का उसके दायरे में आने की कोई आशंका नहीं है.