देहरादून : अरुणाचल प्रदेश के बाद उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार पर भी खतरा मंडराने लगा है. अभी प्रदेश में पुलिस के घोड़े शक्तिमान को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच घमासान चल ही रहा है. इसी बीच खबर आ रही है कि भाजपा प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को गिराकर सत्ता पर कब्जा कर सकती है.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस के 12 विधायक एक कैबनेट मंत्री के नेतृत्व में भाजपा का दामन थाम सकते हैं हालांकि इस खबर का कांग्रेस ने खंडन किया है. सूबे के मुख्यमंत्री हरिश रावत ने कहा है कि इस संबंध में मुझे किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार को कुछ नहीं होने जा रहा है क्योंकि जनता का आशीर्वाद हमें प्राप्त है. जनता का विश्वास हमारे साथ है.
इधर, भाजपा नेता भगत सिंह कोश्यारी ने कहा है कि आज शाम तक सबको पता चल जायेगा कि सूबे की राजनीति में क्या परिवर्तन आएगा. हम जनता की आवाज हैं. वहीं एक अन्य भाजपा नेता तीरथ रावत ने कहा कि जहां तक सरकार गिराने की बात है ऐसा मौका पहले भी 2 से 3 बार आ चुका है. अगर भाजपा चाहती तो पहले ही सरकार गिरा देती. फिलहाल कांग्रेस के 12-13 विधायक पार्टी से असंतुष्ट हैं जो हमारे टच में हैं.
आपको बता दें कि अगले साल राज्य में चुनाव होने हैं. उत्तराखंड के कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार को कोई खतरा नहीं है. सभी विधायक हमारे साथ हैं.खबर है कि राज्य के भाजपा अध्यक्ष से नाराज कांग्रेस विधायकों ने मुलाकात की है. अब बजट सत्र में विधानसभा में सारी बातें साफ होंगी कि यहां की राजनीति हलचल केवल कयास हैं या उनमें कुछ सत्यता है.
सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, अमृता रावत, प्रदीप बत्रा, विजय बहुगुणा पाला बदलने की तैयारी में हैं और ये सभी भाजपा का दामन थाम सकते हैं. राजधानी देहरादून में चल रहे सियासी खेल का केंद्र देहरादून के दो होटल बने हुए हैं जहां का राजनीतिक पारा बढा हुआ है. गौरतलब है कि 70 सीटों वाली उत्तराखंड विधानसभा में कांग्रेस के 36, भाजपा के 28, निर्दलीय 3, बीएसपी के 2 और यूकेडी का 1 विधायक है. बताया जा रहा है कि 6 विधायक हरीश रावत सरकार से नाराज हैं.