जयपुर : जयपुर में कल उस समय आमजन दंग रह गए जब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का काफिला आम लोगों के वाहनों के अनुरुप लाल बत्ती पर रुक गया. यह वाक्या उस समय का है जब राजे कल शाम दिल्ली से लौट कर अपनी कार में सवार होकर सिविल लाइंस स्थित अपने सरकारी आवास जा रही थी.
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री राजे का काफिला बी-2 बाईपास, एक होटल के पास, जवाहर कला केंद्र और गांधी नगर मोड़ पर लाल बत्ती होने पर आम राहगीरों के वाहनों की तरह रुक गया ओर हरी लाइट होने की प्रतीक्षा की राजे का काफिला सबसे अधिक 57 सेकंड गांधी नगर मोड़ पर रुका. सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री का काफिला बाईस गोदाम पुलिया के बाद राम मन्दिर चौराहे पर पहुंचने पर यातायात नियमों का पालन करते हुए सर्किल का चक्कर लगाकर आगे बढ़ा.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शपथ लेने के तुरन्त बाद ही कहा था कि उनके काफिले की वजह से यातायात व्यवस्था में कोई बदलाव न हो क्योंकि इससे आम लोगों को परेशानी होती है. मुख्यमंत्री ने आम राहगीरों का वक्त जाया नहीं करने के लिहाज से अपना काफिला भी छोटा किया है.
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री के काफिले के आगे चलने वाली वार्निंग और पीछे चलने वाली टेल कार भी हटवा दी गई है. आगे चलने वाली यातायात पुलिस की कार भी अब मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल नहीं है. अब तक मुख्यमंत्री के काफिले के पहले शहर में 15 से 20 मिनट तक यातायात रोक लिया जाता था लेकिन अब मुख्यमंत्री का काफिला यातायात के नियमों के अनुसार चल रहा है.