नयी दिल्ली: समलैंगिकता के खिलाफ उच्चतम न्यायालय के फैसले का समर्थन करने वाले भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के रुख से सहमति जताते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीतिक दल बहस कर सकते हैं.
संघ नेता राम माधव ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘आईपीसी की धारा 377 अप्राकृतिक संबंधों के बारे में है. इस धारा को लेकर बहस हो सकती है , जैसी कि भाजपा ने पेशकश की है.’’ इससे पहले कल तक भाजपा और संघ ने समलैंगिकता के मुद्दे पर अपना रख स्पष्ट नहीं किया था लेकिन सोमवार को राजनाथ सिंह ने कहा कि समलैंगिक संबंध अप्राकृतिक होते हैं.
उन्होंने कहा था, ‘‘अगर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जाती है तो हम धारा 377 का समर्थन करेंगे क्योंकि हम मानते हैं कि समलैंगिकता अप्राकृतिक कृत्य है. हम इसका समर्थन नहीं कर सकते.’’कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कल कहा था कि आरएसएस को इस विषय पर अपना रख स्पष्ट करना चाहिए.
हालांकि भाजपा के कुछ नेता उच्चतम न्यायालय की व्यवस्था के खिलाफ दिखाई दिये.