नयी दिल्ली : सीबीआई ने कोयला आवंटन मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे अपने एक पुलिस अधीक्षक और तीन अन्य लोगों की भ्रष्टाचार के एक मामले में दिल्ली की एक अदालत से 7 दिन की हिरासत मांगी.
पेशी के दौरान गिरफ्तार सीबीआई एसपी विवेक दत्त ने दावा किया कि कोई चाहता है कि वह उच्चतम न्यायालय की निगरानी वाली कोयला घोटाले जांच टीम से बाहर हो जायें, इसलिए उनके खिलाफ साजिश की जा रही है. सीबीआई ने कोयला घोटाले की जांच कर रहे दल का नेतृत्व करने वाले अपने ही एक पुलिस अधीक्षक और एक निरीक्षक को एजेंसी के मुख्यालय के बाहर एक व्यवसायी से सात लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया. यह रिश्वत कथित रुप से जमीन विवाद को सुलझाने के लिए ली गयी.
सीबीआई की आंतरिक सतर्कता शाखा ने निरीक्षक राजेश को एसपी विवेक दत्त के लिए रिश्वत लेते समय पकड़ा. दत्त कोयला ब्लाक आवंटन घोटाला मामले में मुख्य जांचकर्ता हैं. सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा ने बताया, ‘‘हमारे पास इस सौदे के बारे में जानकारी थी और हम उन पर निगाह रखे हुए थे. काफी समय तक निगरानी रखने के बाद वे आज रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किये गये.’’
उन्होंने कहा कि सीबीआई इस घटनाक्रम के बारे में उच्चतम न्यायालय को जानकारी देगी क्योंकि शीर्ष न्यायालय ने निर्देश दिया है कि घोटाले की जांच से जुड़े किसी भी अधिकारी का उसकी जानकारी के बिना तबादला नहीं किया जायेगा. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि एजेंसी को यह खुफिया सूचना मिली थी कि आर्थिक अपराध शाखा में तैनात दत्त ने भूमि सौदे को सुलझाने के लिए कथित रुप से एक सौदा किया.
उन्होंने कहा कि दत्त ने दिल्ली पुलिस अधिकारियों के बीच अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए मौजूदा भूमि विवाद मामले में एक याचिका को कथित रुप से वापस करवाया जिससे व्यवसायी को लाभ मिला.