भोपाल : भारतीय जनता पार्टी ने कोलगेट घोटाले के लिए एक बार फिर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस्तीफा मांगते हुए कहा है कि तत्कालीन कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने घोटाले के समय कोयला मंत्री रहे प्रधानमंत्री सिंह को बचाने के लिए ही सीबीआई की स्थिति रिपोर्ट में बदलाव किया.
पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने आज यहां प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सब जानते हैं कि कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने इस्तीफा क्यों दिया. उन्होंने प्रधानमंत्री को कोलगेट घोटाले से बचाने के लिए इस्तीफा दिया है, जबकि हम इस मामले में प्रधानमंत्री सिंह के इस्तीफे की मांग करते हैं. पहले तो वह इस्तीफा नहीं देने पर अड़े हुए थे और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी को उनसे इस्तीफा लेने में समय लगा.
उन्होंने कहा कि हम संसद चलाना चाहते थे, लेकिन रिश्वत मामले में फंसे रेल मंत्री पवन कुमार बंसल और कानून मंत्री अश्विनी कुमार को बचाने के लिए कांग्रेस ने पूरा सत्र दांव पर लगा दिया. यदि उनसे बाद में इस्तीफा लेना ही था, तो संसद चलाने की कीमत पर क्यों नहीं लिया गया. कांग्रेस की हठ की वजह से संसद का सत्र समय से पहले समाप्त हो गया.
सीबीआई की स्वायत्तता को लेकर पूछने पर हुसैन ने कहा कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह कोई पार्टी के अधिकृत प्रवक्ता नहीं है, कई बार तो खुद कांग्रेस उनके बयानों से पल्ला झाड़ लेती है, लेकिन फिर भी वह बयानबाजी से बाज नहीं आते. जब उनके बयान नहीं छपते तो वह आजकल सुबह-सुबह ट्विटर पर ट्विट करने लगे हैं, ऐसे ही एक ट्विट में उन्होंने सीबीआई की स्वायत्तता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि पुलिस अधीक्षक और उप पुलिस अधीक्षक की स्वायत्तता पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. यह तो उनका सरासर मजाक है. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि इसका फैसला पार्टी का संसदीय बोर्ड करता है, राष्ट्रीय कार्यसमिति नहीं. उनसे पूछा गया था कि क्या गोवा में आयोजित राष्ट्रीय कार्यसमिति में आडवाणी अथवा मोदी के प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी का फैसला हो जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले संसदीय बोर्ड तय करेगा कि किसे प्रधानमंत्री के रुप में प्रोजेक्ट करना है अथवा करना भी है या नहीं. जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भाजपा के रिश्तों को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे जद (यू) से सत्रह साल पुराने संबंध हैं. इन संबंधों को लेकर हर चुनाव से पहले भ्रम फैलाने का प्रयास होता है, लेकिन हमारा गठबंधन अच्छी तरह चल रहा है और आगे भी चलेगा. मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में पार्टी की सरकार की तारीफ करते हुए पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि यहां एक साफ-सुथरी सरकार काम कर रही है. भ्रष्टाचार को लेकर आरोप लगाना ही कांग्रेस का एकमात्र मकसद है, ताकि सरकार की छवि मलीन की जा सके. यहां शिवराज सरकार ने भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं किया है तथा भ्रष्टाचार के मामले सामने आने पर उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की है.