रालेगण सिद्धि : गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अनशन का आज तीसरा दिन है जो संसद में जन लोकपाल विधेयक पारित किए जाने की मांग कर रहे हैं.हजारे से आज मुलाकात करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने मुद्दे पर ‘‘निष्क्रियता’’ के लिए कांग्रेस नीत संप्रग सरकार की आलोचना की. उन्होंने पूछा, ‘‘सरकार को विधेयक पारित करने से किसने रोका है.’’ पाटकर ने कहा, ‘‘यदि सरकार ने पूर्व के आंदोलन के बाद विधेयक पारित कर दिया होता तो कांग्रेस को हाल के विधानसभा चुनावों में अपमान का सामना न करना पड़ता.’’ इस बीच, आम आदमी पार्टी ‘आप’ के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने अपने खराब स्वास्थ्य की वजह से रालेगण सिद्धि आने की योजना स्थगित कर दी है. वह हजारे का समर्थन करने रालेगण सिद्धि आने वाले थे. ‘आप’ के प्रवक्ता मनीष सिसौदिया ने कहा, ‘‘केजरीवाल को तेज बुखार है जिसकी वजह से वह हजारे का समर्थन करने रालेगण सिद्धि जाने में सक्षम नहीं हैं.’’ उन्होंने कहा कि केजरीवाल की जगह कुमार विश्वास और अन्य रालेगण सिद्धि रवाना हो चुके हैं.
कल पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने हजारे से मुलाकात की थी और शनिवार से हजारे के अनशन में उनके शामिल होने की उम्मीद है. बेदी ने कहा था, ‘‘यदि इस सत्र में विधेयक पारित नहीं होता है तो लोग सरकार को मतदान के जरिए उखाड़ फेंकें.’’ केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री वी नारायणसामी ने मंगलवार को कहा था कि सरकार संसद के वर्तमान सत्र में विधेयक को पारित करने को लेकर गंभीर है और इसके लिए राज्यसभा के सभापति को नोटिस भेजा जा चुका है. हालांकि, भाजपा नेता अरुण जेटली ने हजारे के पत्र के जवाब में कहा कि विधेयक वर्तमान में राज्यसभा में लंबित है और यहां तक कि सरकार ने वर्तमान सत्र में एजेंडे को अधिसूचित तक नहीं किया है.