नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के नेता प्रशांत भूषण ने बयान दिया है कि भाजपा को इस शर्त पर समर्थन दिया जा सकता है जब राज्य में सरकार गठन के बाद जनलोकपाल बिल पास किया जाएगा. इधर पार्टी ने प्रशांत भूषण के बयान को उनका निजी बयान कह कर इससे किनारा कर लिया है.
पार्टी के प्रवक्ता कुमार विश्वास ने कहा है कि प्रशांत भूषण इस बात को पार्टी के सामने रखेंगे तो इसपर पार्टी विचार कर सकती है. वहीं आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया ने कहा, प्रशांत भूषण ने बहस के दौरान ऐसा बयान दिया था जो की एक मात्र कल्पना पर आधारित थी जिसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है. भूषण ऐसा बयान दे ही नहीं सकते हैं.
गौरतलब हो कि दिल्ली विधासभा चुनाव के नतीजों के आधार पर किसी भी पार्टी को इतना वोट नहीं मिला है जिससे की बिना समर्थन के सरकार का गठन किया जा सके. भाजपा और आम आदमी पार्टी एक दूसरे को समर्थन करने के लिए तैयार नहीं हैं और दिल्ली से कांग्रेस का सफाया हो गया है तो इन दोनों बड़ी पार्टी के समर्थन के बिना सरकार गठन का रास्ता निकलता ही नहीं है. इस मौजूदा हालात में प्रशांत भूषण का इस तरह का बयान आने से दिल्ली की धूंध छंटती नजर आने लगी है.