नयी दिल्ली : पृथक तेलंगाना के खिलाफ सीमांध्र के छह कांग्रेसी सांसदों की ओर से आज मनमोहन सिंह सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देने से सत्तारुढ़ दल की मुश्किलें और बढ़ गयी हैं.
सांसद आर संभाशिवा राव, साब्बम हरि, वी अरुण कुमार, ए साइप्रताप, जी वी हर्षकुमार, एल राजगोपाल ने इस मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को पत्र लिखा.
अपने पत्र में इन सांसदों ने लोकसभा के कामकाज की प्रक्रिया से जुड़े नियमों के तहत नियम 198 का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की अनुमति मांगी.
इन सांसदों की योजना तेलंगाना के मुद्दे पर आंध्रप्रदेश के विभाजन और छोटे राज्यों के गठन का विरोध करने वालों से समर्थन मांगकर सरकार को असहज स्थिति में डालने की प्रतीत हो रही है.अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए सदन के सदस्यों की संख्या का 10 प्रतिशत अर्थात करीब 50 सदस्यों के समर्थन की जरुरत होती है.
15वीं लोकसभा में अभी तक अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं किया जा गया है और इस संबंध में एक वर्ष पहले ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की योजना संख्या बल के अभाव मेंं सफल नहीं हो पायी थी। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के 19 सदस्य हैं.
सीमांध्र के सांसदों के साथ तेदेपा के सदस्य आंध्रप्रदेश के बंटवारे का विरोध कर रहे हैं और आज कई सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास भी आ गये थे.