नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार का शोर सोमवार शाम 5 बजे थम गया. पिछले दो सप्ताह से झारखंड से आये कांग्रेस नेता दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करते और शीला दीक्षित को एक बार फिर से दिल्ली की कमान सौंपने के लिए झारखंड एवं अन्य आदिवासी राज्यों के लोगों से आग्रह करते दिखे. इतना ही नहीं ज्यादातर नेता इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि इस बार भी बाहरी लोग खासकर झारखंडी बहुल वाले क्षेत्रों में कांग्रेस को जीत मिलेगी.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद प्रदीप बलमुचू ने पार्टी के 21 पर्यवेक्षकों की अपने निवास स्थान पर बैठक की. इन पर्यवेक्षकों में मंत्री गीताश्री उरांव, मन्नान मलिक, योगेंद्र साहू के अलावा विधायक केएन त्रिपाठी के अलावा कई पार्टी नेताओं ने शिरकत की. प्रदीप बलमुचू ने कहा कि दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में रह रहे लाखों आदिवासी पूरी तरह से कांग्रेस के साथ हैं. वे दिल्ली में हुए विकास कार्यो को लेकर काफी आश्वस्त हैं.
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने समाज के सभी तबकों को साथ लेकर चलने और विकास का लाभ पहुंचाने का अनूठा काम किया है. हालांकि बलमुचू ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान महिला सुरक्षा खासकर आदिवासी महिलाओं की सुरक्षा और उत्पीड़न का मुद्दा भी सामने आया. कई क्षेत्रों में आदिवासियों ने दिल्ली सरकार द्वारा आदिवासियों को आरक्षण का लाभ देने के लिए विशेष व्यवस्था किये जाने की मांग की.
उन्होंने कहा कि दिल्ली के द्वारका, अशोक नगर, त्रिलोकपुरी, किराड़ी, बुराड़ी, पटपड़गंज, साकेत आदि क्षेत्रों में आदिवासी मतदाताओं के बीच जाकर कांग्रेस के लिए वोट मांगा. उम्मीद करते हैं कि आदिवासी बहुल क्षेत्रों एवं बाहरी प्रदेश से आये लोगों के बीच कांग्रेस को अच्छा समर्थन प्राप्त होगा. लेकिन हमें चुनाव के बाद उनके द्वारा उठाये गये मुद्दों पर मिल-बैठ कर रास्ता निकालना होगा. इसके लिए चुनाव बाद एनजीओ एवं जन संगठनों के साथ मिल कर हम सरकार पर उनकी मांगों को पूरा करने के लिए दबाव बनायेंगे. ताकि लोगों के बीच सकारात्मक संदेश जाये.
* झारखंड सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं प्रदीप बलमुचु
प्रदीप बलमुचू झारखंड में कांग्रेस व झामुमो के गंठबंधन वाली सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं. प्रभात खबर से बातचीत में बलमुचु ने कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार है, लेकिन हम ऐसा कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं कर पाये हैं, ताकि आगामी आम चुनाव में जनता के बीच जाकर उनसे कांग्रेस को वोट देने की अपील कर सकें.
उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा की चुनाव प्रक्रिया खत्म होने के बाद वे झारखंड के अन्य नेताओं के साथ लेकर प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद के साथ बैठक करेंगे. ताकि जल्द ही सरकार और पार्टी के बीच बेहतर तालमेल और जनता के कल्याण के लिए योजनाओं पर अमल किया जा सके. अगर ऐसा नहीं हुआ तो हमें सरकार में शामिल होने के कारण आम चुनाव में परेशानियों सामना करना पड़ेगा.