मुंबई : अभिनेता संजय दत्त के अतिरिक्त 1993 के मुंबई बम धमाकों के चार अन्य दोषियों ने आज विशेष टाडा अदालत में आत्मसमर्पण किया. अदालत ने दोषियों को हिरासत में लिया ताकि वे जेल में अपनी शेष सजा काट सकें.
दोषी ईसा मेमन, कर्सी अदजानिया, यूसुफ नलवाला और अल्ताफ सैयद शेख ने आत्मसमर्पण किया क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने दोषसिद्धि के खिलाफ उनकी अपील को खारिज कर दिया था. न्यायाधीश जी ए सनाप ने मेमन, अदजानिया और नलवाला को जेल में दवा लेने की अनुमति दे दी. दो अन्य दोषियों जेबुन्निसा काजी और शरीफ (दादा) पारकर के कल आत्मसमर्पण करने की संभावना है.
ईसा फरार आरोपी टाइगर मेमन का भाई है. वह ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित है और उसने इससे पहले ऑपरेशन कराने से इंकार कर दिया था. टाडा अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी और शीर्ष अदालत ने उसकी सजा की पुष्टि कर दी थी. 83 वर्षीय कर्सी को एक साल के कारावास की सजा सुनाई थी. उसने संजय दत्त द्वारा रखे गए एके-56 राइफल को अपने वर्कशॉप में नष्ट किया था. वह पहले ही जेल में तीन से चार महीने बिता चुका है.
नलवाला ने संजय दत्त के निर्देशानुसार उसके घर से एके-56 राइफल उठायी थी और उसे नष्ट करने के लिए कर्सी को दिया था. नलवाला को पांच साल के कारावास की सजा सुनाई गई थी जिसमें से उसने 18 महीने जेल में बिता लिए हैं. अल्ताफ शेख को टाडा के अधिसूचित क्षेत्र में हथगोला रखने का दोषी ठहराया गया था. उसे पांच साल के कारावास की सजा सुनाई गई थी.