नयी दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (एनआईटी) में करीब 50 प्रतिशत रिक्तियां समयबद्ध तरीके से भरी जानी चाहिए ताकि प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्रों के तौर पर ये संस्थान बेहतर कार्यकुशलता हासिल कर सकें.
एनआईटी से नवप्रवर्तन को जीवन जीने का तरीका बनाने का आग्रह करते हुए राष्ट्रपति ने कम से कम एक विभाग को उत्कृष्टता के आदर्श के तौर पर विकसित करने का आह्वान किया.राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक मुखर्जी ने कहा, . सभी एनआईटी परिसरों में नवप्रवर्तन क्लब प्राथमिकता के आधार पर स्थापित किए जाने चाहिए.
राष्ट्रपति ने पुराने एनआईटी में संकायों में 44 प्रतिशत से अधिक पद रिक्त होने और नए एनआईटी में 63 प्रतिशत से अधिक पद रिक्त होने की ओर ध्यान खींचा और निर्देश दिया कि समयबद्ध तरीके से अध्यापकों की संख्या पूरी करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए. राष्ट्रपति की यह टिप्पणी यहां एनआईटी के निदेशकों के दो दिवसीय सम्मेलन के समापन पर आई है.