कोहिमा: नगालैंड के राज्यपाल अश्विनी कुमार ने आज कहा कि लोकतंत्र के चार स्तंभों ने अपने चारों ओर एक चाहरदिवारी खड़ी कर ली है ताकि वे स्वयं को सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा पूछताछ से बचा सकें.
सीबीआई के पूर्व निदेशक कुमार ने एक सम्मेलन में कहा, ‘‘सतर्कता विभाग के समक्ष चुनौती यह है कि वह उस चहरदिवारी को तोड़े, गढ़ को भेद दे और उस स्थान पर पहुंचे जहां भ्रष्टाचार का कैंसर स्थित है.’’ राज्यपाल ने कहा कि सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जिस मुश्किल का सामना कर रहे हैं वह यह है कि वे सरकार का हिस्सा हैं और उनसे यह उम्मीद की जाती है कि वह अपने ही आकाओं से सवाल नहीं करे.
उन्होंने कहा कि इन मुश्किलों से पार पाने का सबसे शक्तिशाली हथियार सत्यता और अपने कार्य के तरीकों में पूरी तरह से पारदर्शिता रखना है. कुमार ने यह बात पूर्वोत्तर राज्यों के सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के प्रमुखों के पहले सेम्मलन का उद्घाटन करते हुए कही.