कानपुर : रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खरगे ने आज कहा कि कम बजट के वाबजूद भारतीय रेल अपनी सेवाओं में निरंतर सुधार कर रही है और नयी ट्रेनों के साथ सुरक्षा एवं सुविधा पर भी ध्यान दे रही है.
खरगे ने कहा कि रेल मंत्रालय को जो बजट मिलता है उसमें का एक बड़ा हिस्सा कर्मचारियों की तनख्वाह में चला जाता है बाकी जो बचता है उसमें ही रेलवे अच्छी तरह से काम करने का प्रयास करती है.
उन्होंने केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल की तरफ इशारा करते हुये कहा कि अगर वह भी थोड़ा जोर लगा दे तो वित्त मंत्रालय कुछ लक्ष्मी (बजट) बढ़ा सकता है, जिससे रेल मंत्रालय की कुछ हद तक पूरी हो जायेगी.
रेल मंत्री खरगे आज कानपुर से अमृतसर को चलने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाने आये थे. इसके अलावा उन्होंने कानपुर में कई नयी योजनाओं का लोकार्पण भी किया.
कर्नाटक में येदियुरप्पा और भाजपा के बढ़ते गंठजोड़ से लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में कांग्रेस की स्थिति पर कोई असर संबंधी सवाल को वह टाल गये और कहा कि जब किसी राजनीतिक रैली में आऊंगा तब इस सवाल का जवाब दूंगा.
इससे पहले आज सुबह 11 बजे कानपुर के रेलवे मैदान में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय से सभी लोग अपेक्षा करते है कि उनके यहां से नयी ट्रेनें चल जाये और नये काम हो सकें जिसे हम पूरा भी करते है लेकिन जो पैसा बचता है वह महत्वपूर्ण योजनाओं पर खर्च हो जाता है केवल बजट का एक चौथाई हिस्सा ही हम देश के अन्य हिस्सों में रेलवे के विकास में लगा पाते हैं.
खरगे ने कहा कि रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और बेहतर सुविधायें देने के लिये अनेक योजनाओं पर काम कर रही है और वह चाहते है कि हर रेल यात्री हमारी सेवाओं से पूरी तरह से संतुष्ट हो. अभी हाल ही में हाईस्पीड रेल कारपोरेशन की स्थापना की गयी है जिससे देश में तेज गति से चलने वाली गाडि़यां चलाये जाने पर काम होगा.
सरकार में गरीबों के विकास के लिए कराये जा रहे कार्यों के बारे में बताते हुये उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार हर आम आदमी का विकास चाहती है इसलिए मनरेगा, मध्याह्न भोजन आदि योजनाएं शुरु की है. सरकार चाहती है कि हर आदमी को पेट भर खाना मिलें.
कानपुर में रेल योजनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि यहां आज से एक अमृतसर के लिए साप्ताहिक ट्रेन चलायी जा रही है. अगर इस नयी गाड़ी में यात्रियों की संख्या बढ़ी तो इसे सप्ताह में कम से कम तीन दिन कर दिया जायेगा. इसके अलावा कानपुर में एक्जक्यूटिव लाउंज और फूड प्लाजा बनाये जाने की योजना पर भी काम चल रहा है.
रेल मंत्री ने कहा कि एनसीआर इस वर्ष 2013-14 में अपने क्षेत्र में 25 ओवर ब्रिज और 50 सबवे का निर्माण कार्य पूरा कर लेगा. कानपुर के सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर आज 70 लाख रुपये की लागत से बनने वाली स्वचालित सीढियां गोविंदपुर सड़क ऊपरी पुल प्रस्तावित लागत करीब 39 करोड़ रुपये, झकरकटी सड़क ऊपरी पुल प्रस्तावित लागत करीब 30 करोड़ रुपये, खपरामोहाल नया सड़क ऊपरी पुल प्रस्तावित लागत करीब 25 करोड़ रुपये, टैगोर रोड पर निर्माणाधीन सड़कऊपरीपुल प्रस्तावित लागत करीब 43 करोड़ रुपये आदि सेवाओं की शुरुआत की गयी है.
इससे पहले स्थानीय सांसद और कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि उनके कार्यकाल में आज कानपुर से अमृतसर तक चलने वाली नौवीं (9) ट्रेन है. इससे पहले वह कानपुर से देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने वाली आठ ट्रेनें चलवा चुके है.
उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश है कि कानपुर की देश के सभी हिस्सों से रेल मार्ग संपर्क बेहतर हो जाये ताकि यहां के लोगों को रोजगार या अन्य कामों के लिए दूसरे शहरों की तरफ न भागना पड़े.
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि अगर किसी शहर का आधारभूत ढांचा मजबूत नही होगा तो फिर उसका विकास नही हो पायेगा. लेकिन अफसोस की बात यह है कि उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा शहर होने के बावजूद कानपुर की ओर किसी केंद्र और न ही किसी प्रदेश सरकार ने ज्यादा ध्यान दिया.
उन्होंने कहा कि हमने अपनी पहल पर कानपुर में दो ऊर्जा संयंत्र लगाने की पहल की है जिसमें बहुत तेजी से काम हो रहा है. इससे पूरे उत्तर प्रदेश को बिजली की परेशानी से निजात मिलेगी.
उन्होंने रेलवे मंत्री से कानपुर के लिये कई अन्य योजनाओं की भी मांग रखी. कानपुर देहात जिले के कांग्रेस सांसद राजाराम पाल ने भी रेलवे मंत्री से अपने जिले के लिये कई मांगे रखी जिस पर रेल मंत्री खरगे ने शीघ्र ही विचार करने का भरोसा दिलाया.
कार्यक्रम में कानपुर के भाजपा विधायक सलिल विश्नोई एनसीआर के जनरल मैनेजर आलोक जौहरी के अतिरिक्त रेलवे के कई आला अधिकारी मौजूद थे.
बाद में रेल मंत्री ने शहर में रेलवे के चल रहे निर्माण कार्यो का जायजा भी लिया. कार्यक्रम के दौरान एक महिला संगठन ने रेल मंत्री को ट्रेनो में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाये जाने संबंधी एक ज्ञापन देने के लिए पुलिस से धक्का मुक्की कर कार्यक्रम में व्यवधान पहुंचाने की कोशिश भी की लेकिन बाद में उनका ज्ञापन रेलवे के अधिकारियों ने लेकर उसे मंत्री तक पहुंचाये जाने का आश्वासन दिया.