केवडिया (गुजरात): संप्रग सरकार पर गुजरात के प्रति पूर्वाग्रह रखने का संकेत देते हुए मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि सरदार सरोवर बांध का द्वार अब तक नहीं लगाया जा सका है जबकि उन्होंने कई बार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समक्ष इस मामले को उठाया है.
मोदी ने यहां कहा, ‘‘सरदार सरोवर बांध के द्वार को लगाया जाना अब भी बाकी है. द्वार लगाए जाने के बाद ही बांध में पानी भरेगा. मैं कई बार प्रधानमंत्री से मिला हूं और उन्होंने मुझसे कहा है कि द्वार लगाने में तीन साल लगेंगे. हमें इसे लगाने की अनुमति दें. द्वार को बंद करने और उनके संचालन से संबंधित प्रश्नों से बाद में निपटा जा सकता है.’’ मोदी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक अच्छा सुझाव है. जब मैं उनसे एकबार फिर मिला और उसी सवाल को उठाया तो उन्होंने कहा कि अब तक द्वार लगाने का काम पूरा नहीं हुआ है.’’ भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी यहां सरदार पटेल की प्रतिमा की आधारशिला रखने आए थे.
उन्होंने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात जिन्हें एक न्यायाधीश की निगरानी में पुनर्वास काम करना था उन्होंने इसे पूरा कर लिया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त आर एंड आर की उप समिति ने भी आर एंड आर ऑपरेशन को स्वीकार कर लिया है. अब एकमात्र काम है बैठक बुलाना और उसे लगाने पर अंतिम आदेश देना है. यह विगत आठ से नौ महीने से अधर में है.’’गुजरात के प्रति केंद्र के पूर्वाग्रह रखने का संकेत देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि क्यों काम नहीं किया गया है. आप कारण जानते हैं और मैं इसे एकबार फिर नहीं कहने जा रहा हूं.’’मोदी ने कहा, ‘‘मैं मां नर्मदा की धरती पर यहां खड़ा हूं और आपसे (प्रधानमंत्री से) अनुरोध कर रहा हूं कि हमें कार्य पूरा करने दें. राजस्थान और गुजरात को पानी की आवश्यकता है और मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को बिजली की आवश्यकता है.’’