नयी दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को ले कर भाजपा में जारी खींच-तान के बीच प्रदेश भाजपा प्रमुख विजय गोयल ने आज कहा कि वह इसके दावेदार नहीं हैं लेकिन पार्टी को वस्तुत: दो-फाड़ कर देने और उसके चुनाव अभियान को पटरी से उतार देने वाले इस मुद्दे पर जल्द से जल्द कोई फैसला किया जाना चाहिए.
यहां एक संवाददाता सम्मेलन में इस मुद्दे पर सवालों की झड़ी का सामना करते हुए गोयल ने यह बात कही. बहरहाल, जब उनसे पूछा गया कि अगर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया जाता है तो क्या वह उसी जोश-खरोश से काम करेंगे तो उन्होंने उसका कोई सीधा जवाब देने से इनकार कर दिया.
संसदीय बोर्ड पार्टी कार्यकर्ताओं के विचार लेने के बाद (मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के) मुद्दे पर कोई फैसला करेगा.’’ वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘पिछले आठ माह में मैंने कभी अपना या किसी और का नाम पेश नहीं किया. संसदीय बोर्ड को फैसला करना है कि कौन मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार होगा.’’