मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई के बीचोंबीच स्थित इंदु मिल्स परिसर में बाबासाहब अंबेडकर के विशाल स्मारक की आधारशिला रखी. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, बाबासाहब न केवल एक समुदाय के लिए प्रेरणा स्त्रोत थे,बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणा स्त्रोत थे. बाबासाहब देश रत्न हैं, लेकिन आज तक उन्हें भारत रत्न नहीं मिला. मोदी ने अंबेडकर को महापुरुष बताया.
* मोदी ने आरक्षण पर दिया बड़ा बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई में आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, जब-जब देश में भाजपा की सरकार बनती है, यह भ्रम फैलाया जाता है कि भाजपा की सरकार आरक्षण को खत्म कर देगी. देश में हमारे खिलाफ झूठ प्रसारित किया जाता है कि भाजपा वाले आरक्षण के खिलाफ हैं, इसे समाप्त कर दिया जाएगा. लेकिन मैं आपको बता दूं, आरक्षण जारी रहेगा.
शहर में करीब 400 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले स्मारक को मौजूदा सरकार के कार्यकाल में पूरा करने की योजना है. संविधान के निर्माता डॉ अंबेडकर कई साल तक इस शहर में रहे थे. समारोह में महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और संतोष गंगवार, डॉ अंबेडकर के पौत्र प्रकाश अंबेडकर और आरपीआई नेता रामदास अठावले मौजूद थे.
स्मारक के भूमिपूजन समारोह से पहले मोदी ने शिवाजी पार्क के पास चैत्यभूमि में अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की जहां संविधान रचियता का समाधि स्थल है. अंबेडकर के अनुयायी उनकी पुण्यतिथि छह अक्तूबर को उन्हें श्रद्धांजलि देने यहां आते हैं.
आर्किटेक्ट शशि प्रभु एंड एसोसिएट्स ने 2.50 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में स्मारक बनाने का प्रस्ताव रखा है. अंबेडकर प्रतिमा 150 फुट उंची होगी और स्मारक पर 140 फुट उंचा और 110 मीटर परिधि वाला स्तूप होगा. यहां 13000 लोगों की बैठक क्षमता वाला विपस्यना हॉल भी बनाया जाएगा.
परियोजना में एक हिस्सा ‘गैलरी ऑफ स्ट्रगल’ नाम से होगा जहां अंबेडकर के जीवन और उनके कार्यों से जुडे क्षणों को चित्रित किया जाएगा. राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय वस्त्र निगम से परियोजना के लिए ली गयी इंदु मिल्स की करीब 7.4 हेक्टेयर जमीन पर स्मारक बनाया जाएगा. फडणवीस सरकार ने पिछले महीने लंदन में 2050 वर्ग फुट का एक बंगला भी खरीदा था जहां अंबेडकर 1921-22 में रहे थे.
*मोदी ने मुंबई के जेएनपीटी बंदरगाह के चौथे टर्मिनल की नींव रखी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक महत्वाकांक्षी परियोजना की आधारशिला रखी जिसके तहत देश के सबसे बड़े कंटेनर बंदरगाह जवाहर लाल नेहरु पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) की क्षमता अगले दो साल में दोगुनी की जाएगी. मोदी ने जेएनपीटी में इसे चौथे टर्मिनल की नींव रखी. यह परियोजना 7900 करोड़ रुपये की है जिसके दो चरणों में कार्यान्वित किया जाएगा.
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकाल और जेपी आंदोलन की बात की. मोदी ने कहा, लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने बाबा साहब बी आर अम्बेडकर द्वारा प्रदत संविधान की भावना की रक्षा की है. जेपी ने आपातकाल के दौरान आंदोलन किया और संविधान की रक्षा की.
इस मौके पर मोदी ने मेक इन इंडिया की भी चर्चा की. मोदी ने कहा, मेक इन इंडिया की सफलता के लिए देश में पोर्ट सेक्टर के विकास की बहुत जरुरत है. देश में बने उत्पादों की बिक्री के लिए बड़े बाजार की जरुरत है और इसके लिए पोर्टों के विकास की जरुरत है. मोदी ने अपने मंत्री गडकरी की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, जो काम पिछले 10 साल में नहीं हो पाया उसे गडकरी जी ने 15 महिने में ही पूरा करके दिखाया है.
इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव, केंद्रीय पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे. जेएनपीटी कुछ ढांचागत परियोजनाओं के कार्यान्वयन के साथ दुनिया के शीर्ष 15 बंदरगाहों में शामिल होने का लक्ष्य लेकर चल रहा है. फिलहाल वह 31वें स्थान पर है.
इस परियोजना का कार्यान्वयन ऐसे समय में किया जा रहा है जबकि देश का विनिर्माण गतिविधियों का हब (केंद्र) बनने का लक्ष्य है. चौथी टर्मिनल परियोजना का कार्यान्वयन पोर्ट ऑफ सिंगापुर की एक अनुषंगी भारत मुंबई कंटेनर टर्मिनल कर रही है. इसके तहत जेएनपीटी को आय में 35.9 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलेगी.
केंद्रीय जहाजरानी सचिव राजीव कुमार ने कल कहा था, कि दो चरण की इस परियोजना से जेएनपीटी की कंटेनर हैंडलिंग क्षमता दोगुनी से भी अधिक होकर एक करोड़ इकाई हो जाएगी जो इस समय 45 लाख इकाई है. प्रधानमंत्री मोदी आज एक दिवसीय यात्रा पर मुंबई आए हुए थे.