शहडोल : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को मध्यप्रदेश में दो चुनाव रैलियों को संबोधित किया. अपनी पहली रैली जो शहडोल में हुई, राहुल ने फूड बिल को पर राज्य सरकार व भाजपा पर जम कर हमला बोला. उन्होंने इस बिल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि पहली बार हिंदुस्तान में कोई भूखा नहीं रहेगा. राहुल ने फूड बिल को सोनिया गांधी का सपना बताया. राहुल ने कहा कि हर वर्ग को इस योजना के तहत पूरे हिंदुस्तान में एक रु पये में अनाज दिया जायेगा. इसकी गारंटी कांग्रेस देती है, क्योंकि कांग्रेस जनता का दर्द समझती है.
राहुल ने किस्सा सुनाते हुए कहा कि फूड बिल के दौरान उनकी मां सोनिया की तबीयत बिगड़ गयी. सोनिया शैलजा के साथ बाहर निकल गयीं. मैं संसद में देखने गया. वहां मां व शैलजा बैठी थीं. मैंने पूछा इतनी जरूरी क्या बात हो रही है. मैंने कहा, तबीयत खराब है, तो चलते हैं. मैं उन्हें कमलनाथ जी के कमरे में ले गया. वहां मां ने कहा कि मैं यहां से नहीं जाऊंगी.
मां ने अस्पताल जाने से इनकार कर दिया. मैंने पूछा क्यों नहीं जायेंगी. उन्होंने बताया कि बिल पास होने से पहले मैं यहां से नहीं जाऊंगी. मैं सालों से इसके लिए लड़ी हूं और बिना बटन दबाये नहीं जाऊंगी. तब मां फिर से अंदर गयीं. मैं भी गया और हर दो मिनट में उन्हें देखने लगा. वो फिर से पीछे चली गयीं. मैं उनके पास गया, अड़ गया कि अब अस्पताल जाना है. मैं घसीट कर मां को ले गया. प्रियंका को फोन किया. मां से सांस नहीं ली जा रही थी, आंख में आंसू थे. मैंने उनसे पूछा ये क्या है, उन्होंने कहा मैं उस बिल के लिए लड़ी थी, लेकिन बटन नहीं दबा पायी. हिंदुस्तान में लाखों मां हैं, जिनकी आंखों में आंसू आते हैं. ये लोग होटल, एयरकंडीशन रूम में बैठ कर बात करते हैं. मैं नयी राजनीति की बात करना चाहता हूं. नेता ऐसा हो, जो आपके घर आये, जो आपसे आपका हाल पूछे.
लेकिन ये लोग चाहते हैं कि आप जैसा आम आदमी लोकसभा, विधानसभा, पंचायत में न घुसे. इसमें नुकसान राहुल गांधी का नहीं, हिंदुस्तान का होता है. राहुल ने एनडीए और यूपीए के शासन में मध्य प्रदेश में सड़क बनाने का भी हिसाब रखा. इसके साथ ही बिजली का आंकड़ा भी बताया.
* राहुल गांधी के आने से पहले ही मरीजों को दे दिये गये बिस्तर