नयी दिल्ली : राजधानी दिल्ली में गरीबी रेखा के नीचे गुजर बसर करने वाले परिवारों के लिए जारी खाद्यान की काला बाजारी रोकने के लिए मौजूद मजबूत तंत्र के बावजूद ये खाद्यान्न अवैध ढंग से बाजार में बेचे जा रहे हैं.एक निजी समाचार चैनल की ओर से किए गए एक स्टिंग ऑपरेशन में यह दावा किया गया है.
‘आज तक’ और ‘हेडलाइंस टुडे’ की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, दो से सातरूपए प्रति किलोग्राम मूल्य वाला गेहूं निजी आटा मिलों को 14 से 16 रपए प्रति किलोग्राम के मूल्य पर बेचा रहा है.
इसमें बताया गया है कि जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) के अंतर्गत जारी खाद्यान्न ले जा रहे ट्रक सख्त निगरानी होने के बावजदू राशन की दुकानों की जगह निजी आटा मिलों के लिए मोड़ दिए जा रहे हैं.