नयी दिल्ली : तेलंगाना पर बहुत राजनीति हो रही है, जिसकी वजह से नये राज्य के प्रस्तावित गठन को लेकर आंध्र प्रदेश में अव्यवस्था मच गई है और समस्या को वास्तविकता से कहीं अधिक बढ़ाया जा रहा है. आधिकारिक सूत्रों ने आज यह दावा किया. उन्होंने कहा कि लोगों को राज्य के गठन की पूरी प्रक्रिया का इंतजार करना चाहिए और उसके बाद ही असली तस्वीर सामने आएगी. कुछ चिंताएं और समस्याएं तो वहां नैसर्गिक रुप से हैं, लेकिन एक बार जब पूरे मामले से राजनीति को अलग कर दिया जाएगा तो आप साफ तस्वीर देख सकेंगे.
सरकार के मोर्चे पर ‘‘पूर्ण असफलता’’ की चिंताओं को खारिज करते हुए शीर्ष आधिकारिक सूत्रों ने कहा, ‘‘पूरे मामले में बहुत सी राजनीति जुड़ी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह निश्चित रुप से पूर्ण असफलता नहीं है. हर नेता ऐसी बात कह रहा है, जो राजनीतिक रुप से उसके लिए फायदेमंद हो सकती है. कुछ वास्तविक शिकायतें भी हैं, लेकिन मुद्दों को सुलझाने के लिए आपको कुछ वक्त देना होगा. बहरहाल स्थित तेजी से नियंत्रण में आती जा रही है. सीमांध्र के अधिकतर भागों में बिजली आपूर्ति बहाल हो गई है.’’ यह स्वीकार करते हुए कि कुछ गड़बड़ियां हैं, उन्होंने कहा, ‘‘वह वैसी नहीं हैं, जैसा उन्हें बना दिया गया है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आंध्र प्रदेश में ऐसे स्थान हैं, जहां हालात एकदम सामान्य हैं और हमें पूरे मामले को उसकी पूर्णता के साथ ही देखना होगा. लोगों को नये राज्य से जुडे तमाम मामलों और इसके फायदों के बारे में सूचित करने के लिए राजनीतिक प्रक्रिया की जरुरत है.’’ सूत्रों ने कहा, ‘‘पूरे मामले को लेकर केंद्र का रवैया पूरी तरह साफ है. एक बार जब राजनीति इससे निकल जाएगी तो सारे मामले सुलझा लिए जाएंगे.’’ केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पिछले सप्ताह तेलंगाना के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने के बाद से सीमांध्र से गड़बड़ी की खबरें मिल रही हैं.