नयी दिल्ली : भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने दोषी ठहराये जा चुके जनप्रतिनिधियों के बारे में अध्यादेश वापस लिये जाने का श्रेय आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को दिया. उन्होंने कड़े शब्दों में प्रधानमंत्री एवं संप्रग के अधिकारों की अवज्ञा करने के लिए राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया.
आडवाणी ने अपने ब्लाग में लिखा है, ‘‘इस गैर कानूनी एवं अनैतिक अध्यादेश के वापस होने से देश को विजय मिली है. लिहाजा उसके लिए केवल राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया जाना चाहिए. उन्होंने यह साबित कर दिया कि संप्रग यह मानकर बहुत बड़ी गलती करती कि राष्ट्रपति के शीर्ष पद पर पूर्व में बैठने वाले अन्य कांग्रेसजनों की तरह वह भी रबड़ स्टाम्प वाले राष्ट्रपति बने रहेंगे.’’ भाजपा के वरिष्ठ नेता का मानना है कि ‘‘राहुल की जीत न केवल प्रधानमंत्री बल्कि संप्रग के अधिकार की अवज्ञा करने तक सीमित है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘लिहाजा कैबिनेट द्वारा अनुमोदित अध्यादेश को बकवास करार देने का कलंक न केवल प्रधानमंत्री एवं उनके मंत्रियों पर लगा है, सोनियाजी को भी जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी.’’आडवाणी ने कहा कि भाजपा शिष्टमंडल द्वारा 26 सितंबर को राष्ट्रपति से मिलकर आपत्ति जताये जाने के बाद ‘‘हमें इस बात के स्पष्ट संकेत मिले कि वह इस बात को लेकर संतुष्ट हैं कि उनके हस्तक्षेप के लिए स्थिति उपयुक्त है.’’