नयी दिल्ली: आंध्र प्रदेश का विभाजन कर पृथक तेलंगाना राज्य के गठन पर आज केंद्र सरकार की मुहर लग गयी.प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में दो घंटे से अधिक समय चली केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला किया गया. बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने यहां संवाददाताओं को बताया कि […]
नयी दिल्ली: आंध्र प्रदेश का विभाजन कर पृथक तेलंगाना राज्य के गठन पर आज केंद्र सरकार की मुहर लग गयी.प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में दो घंटे से अधिक समय चली केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला किया गया. बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने यहां संवाददाताओं को बताया कि हैदराबाद दस साल के लिए तेलंगाना और सीमांध्र की संयुक्त राजधानी होगी.
उन्होंने कहा कि तेलंगाना के गठन को लेकर मंत्री समूह बनाने का फैसला भी बैठक में किया गया. इस बीच जिस समय प्रधानमंत्री के रेसकोर्स स्थित आवास पर कैबिनेट की बैठक चल रही थी, एकीकृत आंध्र के लगभग 50 समर्थकों ने उनके आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों में तेदेपा के राज्यसभा सांसद सी एम रमेश शामिल थे. आंध्र प्रदेश में तटीय आंध्र के जिले, रायलसीमा और तेलंगाना शामिल हैं. शिन्दे ने कहा कि तीनों ही क्षेत्रों के लोगों के मौलिक अधिकारों की गारंटी की जाएगी. तेलंगाना देश का 29वां राज्य होगा.
कांग्रेस कार्यसमिति की मंजूरी के दो महीने से अधिक समय बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तेलंगाना के गठन संबंधी गृह मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.मंत्री समूह विशेष वित्तीय मदद के मुद्दे पर भी विचार करेगा, जो सीमांध्र को उसकी पृथक राजधानी बनाने और पिछडे वर्ग की विशेष आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से जरुरी होगा. तेलंगाना में एकीकृत आंध्र प्रदेश के 23 जिलों में से 10 जिलों का भौगोलिक क्षेत्र होगा.