नयी दिल्ली : भारतीय मुजाहिदीन (आईएम) के सह संस्थापक यासीन भटकल के निकट सहयोगी मोहम्मद मंजर इमाम को 2003 से देशभर में हुए आतंकवादी हमलों के संबंध में एनआईए ने दिल्ली की एक अदालत से आज गिरफ्तार कर लिया और उसे 15 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
इमाम के खिलाफ जारी पेशी वारंट के मद्देनजर उसे केरल के एर्नाकुलम से यहां जिला न्यायाधीश आई एस मेहता के समक्ष पेश किया गया. एनआईए ने देश में विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों के पीछे पूरे षड़यंत्र का पता लगाने के लिए इमाम को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की अनुमति मांगी. अदालत ने एनआईए का अनुरोध स्वीकार करते हुये इमाम को 15 दिन के लिये हिरासत में सौंप दिया. इसके बाद जांच एजेंसी ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
एनआईए ने कहा, ‘‘ उसने (भटकल) हिरासत में पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि आईएम का एक अन्य कार्यकर्ता मंजर इमाम इस संगठन संस्थापक सदस्य रियाज भटकल के आदेश पर तहसीन अख्तर जैसे आईएम के अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहा है.’’ जांच एजेंसी ने आईएम संस्थापकों यासीन और रियाज के बीच बातचीत का भी हवाला दिया और कहा कि जांच के दौरान यह पता लगा है कि इमाम रियाज और अन्य के निर्देशानुसार प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के लिए काम कर रहा था.
एजेंसी ने कहा, ‘‘ जांच के दौरान खुलासा हुआ है कि आरोपी (इमाम) ने आईएम के षड़यंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और वह आईएम के अन्य सदस्यों से जुड़ा हुआ है. यह पता चला है कि आरोपी आईएम के लिए काम करने वाले अन्य सहयोगियों के साथ भारत में विभिन्न स्थानों पर रहा था और उसे आईएम के सदस्यों के ठिकानों के बारे में स्पष्ट रुप से जानकारी है.’’
एनआईए ने कहा कि इंडियन मुजाहिदीन के सदस्यों द्वारा रचे गए बड़े षड़यंत्र की जानकारी का पता लगाने के लिए इमाम से विस्तृत पूछताछ करना जरुरी है. अदालत ने एनआईए का अनुरोध स्वीकार कर लिया और इमाम को 15 अक्तूबर तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया.