भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सजायाफ्ता सांसदों एवं विधायकों की सदस्यता बचाने के लिए लाये गये अध्यादेश के मामले में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बयान को प्रधानमंत्री की गरिमा के विपरीत बताते हुए कहा है कि राहुल गांधी को इसके लिये देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.
चौहान ने नरसिंहपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ पार्टी के ही नेता ने आवाज उठाई है इसलिए प्रधानमंत्री सहित पूरी कैबिनेट को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह तो 10 वर्ष पूर्व ही मालूम हो गया था कि डा. मनमोहन सिंह देश के असली प्रधानमंत्री नहीं है और सत्ता का केंद्र 10 जनपथ है. उन्होंने कहा कि ऐसे बेचारे प्रधानमंत्री हिन्दुस्तान के इतिहास में कभी नहीं रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पहले ऐसा लगता था कि देश में सत्ता के दो केंद्र हैं एक प्रधानमंत्री कार्यालय और दूसरा 10 जनपथ. लेकिन अब 10 जनपथ के साथ-साथ और केंद्र समझ में आ रहे हैं. उन्होने कहा कि सोनिया गांधी पहले अध्यादेश पारित कराती हैं और बेटा अध्यादेश को फाड़ने की बात करता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विदेश में महत्वपूर्ण बैठकें कर रहे हैं ऐसे में राहुल गांधी ने उक्त टिप्पणी कर देश के सम्मान को विश्व में धूमिल करने का कार्य किया है.