नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के साथ होने वाली बैठक से पहले केंद्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने आज कहा कि सीमा पर उकसावेबाजी की घटना के बावजूद दोनों देशों के बीच वार्ता को आगे बढ़ाया जाना चाहिए.
मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूं. मुङो लगता है कि यह महत्वपूर्ण होगा कि हमें अपनी पूरी ताकत के साथ बातचीत बहाल करनी चाहिए.’’ अब्दुल्ला ने सीएनएन.आईबीएन पर प्रसारित होने वाले करन थापर के डेविल्स एडवोकेट को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘भारत इस बात को दिखा रहा है कि हमारी सीमा पर सभी तरह से भड़काने की घटनाओं के बाद हम अभी तक शांतिपूर्ण तरीके निकालना चाहते हैं.’’
पाकिस्तान को सबक सिखाये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘आप उन्हें सबक कैसे सिखायेंगे.भारतीय सेना को भेजकर, भारतीय वायुसेना को भेजकर, नौसेना को भेजकर. आप क्या और समस्याएं पैदा करना चाहते हैं. वे भी परमाणु ताकत है. क्या आप यहां आप परमाणु बम चाहते हैं ताकि हम वहां परमाणु बम फेंक सकें.’’ जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बातचीत के अलावा कोई अन्य रास्ता नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘क्या आप युद्ध चाहते हैं. क्या युद्ध से भारत एवं पाकिस्तान के बीच किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है.’’