नयी दिल्ली: 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच कर रही संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा इस मामले में एक विवादास्पद रिपोर्ट को स्वीकार करने से पहले और भी गवाहों तथा दस्तावेजों को मंगाने के मुद्दे पर द्रमुक और जेपीसी अध्यक्ष पी सी चाको के बीच टकराव बढ़ गया है.
बालू ने कड़े शब्दों में लिखे पत्र में चाको के इस रख को खारिज कर दिया कि उन्होंने जिन दस्तावेजों का अपने पहले पत्र में जिक्र किया है , वे पहले ही समिति के पास हैं. बालू ने कहा कि उन्होंने जिन दस्तावेजों का उल्लेख किया है, वे अदालतों में हैं और वे जेपीसी के पास नहीं हो सकते. उन्होंने पूर्व संचार मंत्री ए राजा को गवाह के तौर पर बुलाने की अपनी मांग दोहराई. द्रमुक संप्रग सरकार में सहयोगी रह चुकी है और राजा इस गठबंधन की सरकार में द्रमुक के कोटे से कैबिनेट मंत्री थे.
बालू ने यह मांग भी की है कि दूरसंचार विभाग और कैग के बीच हुए संदेशों के आदान-प्रदान को भी पड़ताल के लिए मंगाना चाहिए. जेपीसी की बैठक शुक्रवार को होने जा रही है जिसमें समिति अप्रैल में सकरुलेट की गयी मसौदा रिपोर्ट को अपना सकती है. इस रिपोर्ट में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम को क्लीनचिट दी गयी है लेकिन राजा को 2जी घोटाले में जिम्मेदार ठहराया गया है.
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