मुंबई: मुंबई में एक फोटो पत्रकार से हुए सामूहिक बलात्कार के मामले की सुनवाई कर रही सत्र अदालत ने आज अपने लिए यह कहते हुए एक समयसीमा तय कर दी कि वह इस मामले की सुनवाई 60 दिन में पूरी करना चाहती है. मामले की सुनवाई 26 सितंबर तक स्थगित करते हुए अदालत ने कहा, ‘‘हम मामले को 60 दिनों में पूरा करने की कोशिश करेंगे.’’
इस मामले के तीन आरोपियों- विजय जाधव, कासिम बंगाली और सलीम अंसारी को प्रधान न्यायाधीश शालिनी फनसालकर जोशी के समक्ष पेश किया गया. चौथे आरोपी सिराज रहमान खान को अदालत में पेश नहीं किया गया. अदालत ने निर्देश दिया कि सुनवाई की अगली तारीख को उसे भी पेश किया जाए.सामूहिक बलात्कार के इस मामले के पांचवें आरोपी, जो नाबालिग है, को किशोर सुधार गृह में भेज दिया गया है.
जब अदालत ने पूछा कि क्या आरोपियों ने वकील रखे हैं, इस पर जाधव ने ‘‘नहीं’’ में जवाब दिया और उसने विधिक सहायता पैनल से किसी वकील की सेवा लेने पर अपनी सहमति दी.विशेष लोक अभियोजक उज्ज्वल निकम भी सुनवाई की अगली तारीख को मामले को अपनी तरफ से शुरु कर सकते हैं. गौरतलब है कि बीते 22 अगस्त को जब पीड़िता अपने एक पुरुष सहकर्मी के साथ एक असाइनमेंट के सिलसिले में वीरान पड़े शक्ति मिल्स परिसर में गए थी तो उससे पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था. इस बीच, एक मजिस्ट्रेट अदालत ने सामूहिक बलात्कार के एक अन्य मामले में जाधव, बंगाली, अंसारी और मोहम्मद शेख की पुलिस हिरासत 27 सितंबर तक के लिए बढ़ा दी.