कोलकाता: अर्थव्यवस्था में जल्द सुधार आने का विश्वास जताते हुये राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि निराशा का कोई कारण नहीं है, अर्थव्यवस्था में सुधार के लिये राजकोषीय घाटे को काबू में रखने और निवेश बढ़ाने के कदम उठाये जा रहे हैं.
प्रणब ने कहा ‘‘निराशा का वातावरण नहीं होना चाहिये, इसकी कोई वजह नहीं है. भारतीय अर्थव्यवस्था के बुनियादी कारक लगातार मजबूत बने हुये हैं.’’ राष्ट्रपति ने यहां बंगाल वाणिज्य एवं उद्योग मंडल की सालाना बैठक में कहा ‘‘नीति निर्माताओं के दिमाग में सबसे पहले रपये में स्थिरता लाना है. बाहरी क्षेत्र के मोर्चे पर मजबूती के लिये कई ठोस उपायों की शुरआत की गई है.’’
उन्होंने कहा कि कुछ चिंतायें हैं लेकिन इसमें निराशा अथवा मायूसी की कोई वजह नहीं है. राजकोषीय घाटे पर अंकुश और औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिये उठाये गये कदमों पर गौर करते हुये प्रणब मुखर्जी ने कहा ‘‘इनका सकारात्मक परिणाम सामने आयेगा और मुङो पूरा विश्वास है कि भारतीय अर्थव्यवस्था जल्द ही उच्च वृद्धि की राह पर लौटेगी.’’