नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने 16 दिसंबर को हुए बर्बर सामूहिक बलात्कार मामले में अदालत के फैसले को प्रतिरोधक बताते हुए आज कहा कि इससे आम लोगों को आपराधिक न्याय प्रणाली में भरोसा कायम रहेगा.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण पश्चिमी) तजेंदर सिंह लूथरा ने कहा कि इस फैसले से दो बातें हुयी हैं, पहला इससे अपराधियों को अपराध नहीं करने के लिए संदेश मिला है. दूसरी ओर इससे अपराध न्याय व्यवस्था में आम आदमी के भरोसा के संबंध में भी संदेश मिला है.
सभी ओर से दबाव के बावजूद मामले की जांच में वैज्ञानिक तरीकों का जिक्र करते हुए संयुक्त आयुक्त (दक्षिण पूर्व) विवेक गोगिया ने कहा कि अदालत का फैसला ‘‘सीख’’ है और बल उन बिन्दुओं को प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल करेगा जिनकी अदालत ने सराहना की है. गोगिया ने मामले में जांच की निगरानी की थी.
उन्होंने कहा कि हमने नाखून काटने के स्थान से डीएनए नमूने एकत्र किए. उन्होंने कहा कि हमने आडोन्टोलोजिकल फारेंसिक का भी इस्तेमाल किया. इस पद्धति से लोगों की पहचान उनके दांतों के सहारे की जाती है.