लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगरा जिला प्रशासन ने 15 सितम्बर रविवार को जिले के अकोला गांव में होने वाली भाजपा की किसान स्वाभिमान रैली को दी गयी अनुमति शांति भंग की आशंका में रद्द कर दी है. रैली को पार्टी के युवा राष्ट्रीय महासचिव वरुण गांधी के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी संबोधित करने वाले थे.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने आगरा में फतेहपुर सीकरी इलाके में होने वाली पार्टी की इस किसान स्वाभिमान रैली की अनुमति रद्द कर देने के लिए जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार को आडे हाथो लेते हुए कहा कि वहां सत्तारुढ दल की दो दिन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक तो हो सकती है,मगर भाजपा की दो घंटे की रैली नहीं हो सकती. बाजपेयी ने यह भी कहा कि आगरा जिला प्रशासन ने भले ही रैली के आयोजन की अनुमति रद्द कर दी है ,अगर वरुण गांधी चाहेंगे तो पार्टी अपनी रैली का आयोजन करेगी.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमारी तरफ से रैली का कार्यक्रम रद्द नहीं किया गया और यदि पार्टी के नेता चाहेंगे तो रैली होकर रहेगी. पार्टी सूत्रों ने बहरहाल शांति भंग की आशंका को सिर्फ बहाना बताते हुए कहा कि वहां केवल किसानों और उनकी समस्याओं के बारे में बात होनी थी , जिसमें लगभग एक लाख किसानों के आने की संभावना थी.
उन्होंने कहा , ’’ जिस इलाके में रैली होने वाली थी वहां अल्पसंख्यकों की आबादी एक प्रतिशत से भी कम है और वह जगह दंगाग्रस्त मुजफ्फरनगर जिले से 200 किमी दूर है. लिहाजा कानून एवं व्यवस्था बिगडने की आशंका बहाना भर है.’’