सुल्तानपुर : भारतीय जनता पार्टी के नेता वरुण गांधी ने अपने पांच महीने का वेतन किसानों को दे दिया. इसके साथ ही उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर इशारों में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए सवाल खड़ा किया कि अन्य सांसद क्यों नहींइस तरह की मदद के लिए आगे नहीं आ रहे. वरुण गांधी […]
सुल्तानपुर : भारतीय जनता पार्टी के नेता वरुण गांधी ने अपने पांच महीने का वेतन किसानों को दे दिया. इसके साथ ही उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर इशारों में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए सवाल खड़ा किया कि अन्य सांसद क्यों नहींइस तरह की मदद के लिए आगे नहीं आ रहे.
वरुण गांधी ने सुलतानपुर संसदीय क्षेत्र में सहायता राशि के भुगतान के वक्त किसानों से कहा, मैं चाहता हूं कि आप सभी सांसदों के पास जाएं और उन्हें इसकी जानकारी दें कि वरुण गांधी ने अपने पांच महीने का वेतन हमें दिया है. आप कितने महीने का वेतन देंगे? आप प्रतापगढ़ के सांसद से पूछें, आप आंबेडकर नगर या जौनपुर के सांसद से पूछें. इसके बाद वरुण गांधी थोड़े देर रुके और बोले, ‘आप अगर चाहें तो अमेठी के एमपी से भी पूछ सकते हैं. जैसे ही वरुण ने अमेठी का नाम लिया किसानों ने हंसना शुरू कर दिया.
वरुण गांधी ने राहुल गांधी से सीधे तौर पर तो नहीं पर किसानों की मदद किये जाने पर सवाल जरूर खड़ा कर दिया है. राहुल गांधी इन दिनों फसल में हुए नुकसान और भूमि अधिग्रहण बिल पर अपना पक्ष मजबूती के साथ सदन में रख रहे हैं. ऐसे में वरुण गांधी ने राहुल से एक सांसद के तौर पर अपने क्षेत्र में किसानों की मदद के लिए किये गये कामों का जवाब मांगा है. उन्होंने सुल्तानपुर के साथ अन्य इलाकों के सांसदों से भी अपील की है कि वह किसानों की मदद के लिए आगे आयें.
अपने चचेरे भाई राहुल गांधी पर बयान के कारण वरुण एक बार पहले विवादों में घिर चुके हैं. उन्होंने एक समारोह में राहुल गांधी के काम की तारीफ कर दी थी. इसके बाद भाजाप में भी उनके खिलाफ विरोध के स्वर तेज होने लगे थे. इन विरोधों के कारण वरुण कै बैकफुट पर आना पड़ा था. वरुण अब किसानों की मदद करके राहुल के काम पर सवालिया निशान लगाकर सरकार पर हो रहे हमलों पर बचाव की मुद्रा में नजर आ रहे हैं.