लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने मुजफ्फरनगर में हुई साम्प्रदायिक हिंसा को शासन और प्रशासन की अक्षमता का परिणाम बताते हुए आज मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की.
विधानसभा में बसपा तथा विपक्ष के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मुजफ्फरनगर की वारदात से एक बार फिर स्पष्ट हुआ है कि शासन तथा प्रशासन पंगु हो चुका है. मुजफ्फरनगर की वारदात से साबित हुआ है कि प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार अपराधियों के आगे पस्त है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था गुंडे, माफिया, अपराधियों तथा साम्प्रदायिक ताकतों की भेंट चढ़ चुकी है. प्रदेश में जंगलराज है. मुजफ्फरनगर की घटना के रुप में इसका वीभत्स और घृणित चेहरा सामने है.
विधान परिषद में बसपा और विपक्ष के नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने इस मौके पर कहा कि अखिलेश सरकार ने अपराधियों के सामने घुटने टेक दिये हैं, वरना 27 अगस्त को मुजफ्फरनगर जिले के कवाल गांव में तीन लोगों की हत्या के बाद अगर शासन-प्रशासन ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की होती तो वहां हिंसा नहीं भड़कती.
दोनों नेताओं ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा उनकी सरकार से इस्तीफे की मांग की.गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर जिले में कल एक दो समुदायों के बीच हुए पथराव तथा गोलीबारी में एक समाचार चैनल के संवाददाता समेत 12 लोगों की मौत हो गयी थी तथा 30 से ज्यादा अन्य घायल हो गये थे.