नयी दिल्ली: अर्थव्यवस्था पर दबाव का सामना कर रहे वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि आने वाले कुछ दिनों और हफ्तों में ‘कडे फैसले’ करने होंगे ताकि व्यर्थ के खर्च में कटौती हो सके और अनावश्यक वस्तुओं का आयात रोका जा सके. राज्यसभा में 2013..14 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों के ‘‘विनियोग (संख्यांक 4) विधेयक 2013’’ पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने माना कि मुद्रास्फीति बढने से देश की अर्थव्यवस्था के दबाव में है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम दबाव के दौर से गुजर रहे हैं .. हमें कुछ कड़े फैसले करने हैं. इनमें से अधिकांश उपाय किए जा रहे हैं और आने वाले कुछ दिनों एवं हफ्तों में कई अन्य उपायों की घोषणा की जाएगी. अनावश्यक वस्तुओं का आयात रोकने के लिए भी उपायों की घोषणा की जाएगी. इन सभी उपायों का लाभकारी प्रभाव पडेगा.’’ वित्त मंत्री ने मुद्रास्फीति को सबसे खराब किस्म का कराधान बताते हुए कहा कि इससे अत्यंत गरीब लोग सबसे अधिक प्रभावित होते हैं. उन्होंने कहा कि महंगाई को काबू में करने के लिए सरकार जल्द ही कुछ और कदम उठाएगी. चिदंबरम के जवाब के बाद सदन ने विधेयक लोकसभा को लौटा दिया. लोकसभा इस विधेयक को पहले ही पारित कर चुकी है.