अहमदाबाद: गोधरा ट्रेन अग्निकांड और इसके बाद हुए दंगों की जांच करने वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) के अधिवक्ता ने आज दावा किया कि जकिया जाफरी के सभी गवाह गुजरात सरकार से ईर्ष्या रखते हैं.
एसआईटी के वकील आरएस जमुआर ने जकिया जाफरी द्वारा याचिका दायर करके उठाये मुद्दों के जवाब में दावा किया कि आरबी श्रीकुमार, संजीव भट्ट और राहुल शर्मा जैसे आईपीएस अधिकारी, जो कि शिकायतकर्ता के मुख्य गवाह हैं, या तो निलंबित किये गये हैं या उनकी पदोन्नति नामंजूर की गई या वे राज्य सरकार से ईष्र्या रखते हैं.
वर्ष 2002 दंगों के बाद विभिन्न मौकों पर गुजरात सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले तीनों आईपीएस अधिकारियों का विभागीय कार्यवाही हुई है.आरबी श्रीकुमार का डीजीपी के तौर पदोन्नति नामंजूर हुई थी लेकिन केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण से गुहार लगाने के बाद यह पदोन्नति की गई.
गुजरात गृह विभाग ने शर्मा के खिलाफ दंगों के दौरान फोन काल की जानकारी वाली सीडी नहीं सौंपने पर आरोप पत्र दायर किया था.इसी तरह से आईपीसी अधिकारी संजीव भट्ट को गुजरात सरकार द्वारा निलंबित किया गया है.