नयी दिल्ली :यासीन भटकल की शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी हुई. पेशी के दौरान संदिग्ध आतंकी यासीन और उसके साथी ने यासीन भटकल के रूप में अपनी पहचान से इनकार किया. अदालत ने उन्हें 12 दिन की रिमांड पर भेज दिया है.
इससे पहलेइंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के सह संस्थापक यासीन भटकल एवं उसके एक साथी को दोपहर विशेष विमान से दिल्ली लाया गया.विशेष विमान ने भटकल और उसके साथ ओसादुल्ला अख्तर उर्फ हद्दी तथा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों को लेकर यहां 12 बजकर 38 मिनट पर जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरा.
उससे पहले दोनों आतंकवादी बिहार मिलिटरी पुलिस (बीएमपी) कैंपस से कड़ी सुरक्षा में हवाई अड्डे पर लाए गए. उनके चेहरे ढ़ंके हुए थे.हवाई अड्डे पर कुछ लोगों ने भटकल और उसके साथी को मृत्युदंड देने की मांग करते हुए नारेबाजी की.
एनआईए ने कल मोतिहारी की एक अदालत से भटकल एवं उसके साथी की तीन दिन की ट्रांजिट हिरासत हासिल की थी. दोनों को गुरुवार को रात सड़क मार्ग से मोतिहारी से पटना लाया गया था और उन्हें हवाई अड्डे के समीप बीएमपी कैंपस में रखा गया था.
एनआईए अधिकारियों ने भटकल और अख्तर को राष्ट्रीय राजधानी ले जाने से पहले शुक्रवार सुबह यहां बीएमपी कार्यालय में उनसे फिर पूछताछ की. बिहार पुलिस एवं एनआईए के संयुक्त दल ने भटकल और अख्तर को यहां से करीब 225 किलोमीटर दूर भारत नेपाल सीमा के समीप रक्सौल में नाहर चौक से गिरफ्तार किया था. उन पर 10-10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
आइएसआइ से हैं भटकल के रिश्ते
यासीन का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से खास रिश्ता है. यह बात खुद भटकल ने कबूली है. यासीन ने बताया कि 2009 में वह आईएसआई अफसरों से मिला था. यासीन इंडियन मुजाहिदीन का न सिर्फ कमांडर इन चीफ था, बल्कि बम रखने से लेकर भर्तियां करने तक, सारा काम देखता था.