नयी दिल्ली : दिल्ली और गुड़गांव के चार स्कूली छात्रों ने दो क्षुद्रग्रहों की खोज की है. इन क्षुद्रग्रहों को जल्द ही अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ (पेरिस) द्वारा प्रबंधित वैश्विक आधिकारिक लघु निकाय सूची (वल्र्ड्स ऑफीशियल माइनर बॉडी कैटलॉग) में शामिल किया जाएगा.एसपीएसीई के अध्यक्ष और महानिदेशक सचिन भांभा ने बताया कि नई दिल्ली के एमिटी इंटरनेश्नल स्कूल के शौर्य चम्बियाल और गौरव पातिब तथा गुड़गांव स्थित रयान इंटरनेशनल स्कूल के बालचंद्र रौतू और आयुष गुप्ता दो अलग अलग टीमों में शामिल थे. इन चारों ने दो क्षुद्रग्रहों की खोज करके देश को गौरवान्वित किया है.
उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल साइंटिफिक कम्यूनिटी ने इस खोज की पुष्टि की है और क्षुद्रग्रहों को 2013 एलएस28 तथा 2013 पीआर नाम दिया गया है. एसपीएसीई के निदेशक सी बी देवगन ने बताया कि उन्हें अब इन ग्रहों को पेरिस स्थित अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ (आईएयू) द्वारा प्रबंधित वैश्विक आधिकारिक लघु निकाय सूची (वल्र्ड्स ऑफीशियल माइनर बॉडी कैटलॉग) में शामिल किये जाने का इंतजार है.
उन्होंने बताया कि आईएयू खगोलविदों और दुनिया भर के अन्य वैज्ञानिकों द्वारा मान्यताप्राप्त एक आधिकारिक निकाय है. दो क्षुद्रग्रहों की खोज इस साल अप्रैल और अगस्त में ‘साइंस पापुलराइजेशन एसोसिएशन ऑफ कम्यूनिकेटर्स’ (एसपीएसीई) और ‘इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल सर्च कोलाबोरेशन’ (आईएएससी) द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियान ‘ऑल इंडियन एस्टीरॉयड सर्च कैम्पेन’ :(एआईएएससी) के तहत की गई.