नयी दिल्ली : राज्यसभा में आज भाजपा के एक सदस्य ने विदेशी कंपनियों द्वारा स्वदेशी दवा कंपनियों को खरीदने पर गहरी चिंता जतायी और कहा इससे देश में दवाओं के मूल्य बहुत बढ़ जाएंगे.भाजपा नेता शांता कुमार ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि विदेशी कंपनियों ने 8 गुना दामों पर कुछ स्वदेशी दवा कंपनियों का अधिग्रहण किया है. उन्होंने कहा कि हमारे देश की दवा कंपनियां 200 देशों में 40 हजार करोड़ रुपये की दवाओं का निर्यात करती हैं.
उन्होंने कहा कि दवाओं के 60 पेटेन्ट समाप्त हो रहे हैं. इसके कारण विदेशी कंपनियां बड़े स्तर पर भारत में आना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से विदेशी कंपनियों के ऐसे प्रस्तावों को सरकार ने रोक रखा था क्योंकि इन पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने विरोध जताया था. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना था कि विदेशी कंपनियों के आने से घरेलू दवा उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.शांता कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हाल ही में हुई एक बैठक में इस तरह के सारे प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई. उन्होंने कहा कि 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के कई सारे प्रस्तावों को ‘‘स्वत: अनुमति मार्ग’’ से मंजूरी दी गई.