नयी दिल्ली : दुनिया के सात अजूबों में एक मुकद्दस मुहब्बत की बेनजीर बानगी ताजमहल के शफ्फाक संगमरमर को बढ़ता प्रदूषण मैला कर सकता है. साथ ही खतरा इस इमारत की खूबसूरती पर दाग लगने का भी बढ़ रहा है.सूचना का अधिकार (आरटीआई)कानून के तहत आगरा स्थित केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ताजमहल के आसपास पिछले सात वर्षो से नाइट्रस आक्साइट प्रदूषण से जुड़ा अघुलनशील विशिष्ट पदार्थ(एसपीएम) और श्वसन से जुड़े अघुलनशील विशिष्ट पदार्थ (आरएसपीएम) की मात्र मानकों से काफी अधिक रही है.
उच्चतम न्यायालय ने इस स्थिति पर 1998 के बाद से संज्ञान लिया है और ताजमहल की सुरक्षा के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया है. ताजमहल पर ‘मुलतानी मिट्टी’ का लेप समेत कई पहल की गई लेकिन बढ़ता प्रदूषण समस्या बना हुआ है. वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की अधिसूचना 1994 के अनुसार, संवेदनशील क्षेत्रों के लिए नाइट्रस आक्साइट का मान्य स्तर वार्षिक 15 एमजी प्रति घन मीटर और 24 घंटे के लिए 30 एमजी प्रति घन मीटर निर्धारित किया गया है.
वहीं, ताजमहल निगरानी स्टेशन ने ताजमहल के आसपास नाइट्रस आक्साइट की मात्र 2006 में 22 एमजी प्रति घन मीटर, 2007 में 23 एमजी प्रति घन मीटर, 2008 में 22 एमजी प्रति घन मीटर, 2009 में 20 एमजी प्रति घन मीटर, 2010 में 20 एमजी प्रति घन मीटर, 2011 में 20 एमजी प्रति घन मीटर तथा 2012 में 18 एमजी प्रति घन मीटर दर्ज की गई है. वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की अधिसूचना में संवेदनशील क्षेत्रों के लिए प्रदूषण से संबंधित अघुलनशील विशिष्ठ पदार्थ (एसपीएम) का वार्षिक मान्य स्तर 70 एमजी प्रति घन मीटर और 24 घंटे के लिए 100 एमजी प्रति घन मीटर निर्धारित किया गया है.
आरटीआई के तहत मिली जानकारी के अनुसार, ताजमहल निगरानी स्टेशन ने ताजमहल के आसपास एसपीएम की मात्र 2006 में 316 एमजी प्रति घन मीटर, 2007 में 296 एमजी प्रति घन मीटर, 2008 में 304 एमजी प्रति घन मीटर, 2009 में 334 एमजी प्रति घन मीटर दर्ज की गई.
आरटीआई के तहत मिली जानकारी के अनुसार, ताजमहल के आसपास प्रदूषण संबंधी एसपीएम की मात्र 2010 में 333 एमजी प्रति घन मीटर, 2011 में 290 एमजी प्रति घन मीटर तथा 2012 में 332 एमजी प्रति घन मीटर दर्ज की गई है. सूचना के अधिकार कानून के तहत मुरादाबाद स्थित आरटीआई कार्यकर्ता सलीम बेग ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से आगरा स्थित ताजहमल के आसपास प्रदूषण के स्तर का ब्यौरा मांगा था.
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की अधिसूचना 1994 के अनुसार, संवेदनशील क्षेत्रों के लिए श्वसन से जुड़े अघुलनशील विशिष्ठ पदार्थ :आरएसपीएम: की मान्य वार्षिक मात्र 50 एमजी प्रति घन मीटर और 24 घंटे के लिए 75 एमजी प्रति घन मीटर निर्धारित किया गया है.
आरटीआई के तहत, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, आगरा से मिली जानकारी के अनुसार, ताजमहल के आसपास आरएसपीएम की मात्र 2006 में 133 एमजी प्रति घन मीटर, 2007 में 167 एमजी प्रति घन मीटर, 2008 में 167 एमजी प्रति घन मीटर, 2009 में 157 एमजी प्रति घन मीटर, 2010 में 167 एमजी प्रति घन मीटर, 2011 में 149 एमजी प्रति घन मीटर तथा 2012 में 178 एमजी प्रति घन मीटर दर्ज की गई है. वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की अधिसूचना, सल्फर डाई अक्साइड का वार्षिक मान्य स्तर 15 एमजी प्रति घन मीटर और 24 घंटे के लिए 30 एमजी प्रति घन मीटर निर्धारित किया गया है.
आरटीआई के तहत मिली जानकारी के अनुसार, ताजहमल के आसपास सल्फर डाइ अक्साइड का स्तर 2006 में 6 एमजी प्रति घन मीटर, 2007 में 6 एमजी प्रति घन मीटर, 2008 में 7 एमजी प्रति घन मीटर, 2009 में 6 एमजी प्रति घन मीटर, 2010 में 5 एमजी प्रति घन मीटर, 2011 में 4 एमजी प्रति घन मीटर तथा 2012 में 5 एमजी प्रति घन मीटर दर्ज किया गया. गौरतलब है कि मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में ‘ताज महल’ का निर्माण कराया था और दुनियाभर में यह मुहब्बत की बेमिसाल निशानी के रुप में मशहूर है.