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लोकसभा चुनाव में नहीं चलेगा मोदी और राहुल का जादू

नयी दिल्ली: 2014 लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों में हलचल मची हुई है. भाजपा ने हालांकि अभी अपने पार्टी की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है मगर गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा की ओर से पीएम पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है.वहीं अगर कांग्रेस की […]

नयी दिल्ली: 2014 लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों में हलचल मची हुई है. भाजपा ने हालांकि अभी अपने पार्टी की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है मगर गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा की ओर से पीएम पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है.वहीं अगर कांग्रेस की बात करें तो उसने अभी तक किसी के नाम की घोषणा नहीं की है. कल जब यूपीए अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से मनमोहन सिंह के बारे में पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली. 2014 के लोकसभा चुनाव के साथ साथ पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने हैं.

इसको लेकर इंडिया टुडे-सी वोटर ओपिनियन पोल के नतीजे आ चुके हैं. यदि आज चुनाव हो जाएं तो नतीजा क्या होगा? हम आपको विस्तार से बताएंगे कि विधानसभा के पांच राज्यों और लोकसभा के चुनावों के क्या नतीजे हो सकते हैं. पहले बात करते हैं लोकसभा चुनाव की. माना जा रहा है कि 2014 में अपने समय पर ही आम चुनाव होंगे. लेकिन यदि आज (अगस्त 2013) में चुनाव हो जाते हैं तो संसद की सीटों पर कैसा रंग होगा, यह हम आज आपको बता रहे हैं.सबसे पहली बात यह सामने आ रही है कि यूपीए को भारी नुकसान होने का अनुमान है. दूसरी बात यह कि, नरेंद्र मोदी के होते हुए भी एनडीए को ज्यादा लाभ नहीं दिख रहा और इंडिया टुडे-सी वोटर के ओपिनियन पोल में तीसरी सबसे अहम बात यह उभरकर आई है कि लोकसभा में अन्य पार्टियां 251 सीटें हासिल कर सकती हैं.

आंकड़े कहते हैं कि यूपीए को 137 सीटें मिलेंगी, जबकि 2009 में यूपीए को बड़ा जनमत मिला था और 259 सीटें मिली थीं. अब यूपीए को 122 सीटों का भारी भरकम नुकसान हो रहा है. एनडीए को अब 155 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि 2009 में उन्हें 159 सीटें मिली थीं. हालांकि यहां यह ध्यान में रखना बहुत जरूरी है कि अब एनडीए के साथ उसकी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी जनता दल (यू) अब उनके साथ नहीं है.यदि बात करें कांग्रेस और बीजेपी की तो कांग्रेस को भारी नुकसान होता दिखाई दे रहा है और बीजेपी को कुछ फायदा होगा. पोल के मुताबिक, कांग्रेस को 121 सीटें मिलेंगी और 85 सीटों का नुकसान होगा तो बीजेपी को 130 सीटें मिलेंगी और वह 14 सीटों का लाभ पाएगी.

तीसरे मोर्चे की संभावना भी प्रबल

पोल में जो नतीजा सामने आया, वह कहता है कि लोग एक बदलाव देखना चाहते हैं. एक तस्वीर यह भी कि अन्य दलों को 251 सीटें मिलने का अनुमान है. यदि ऐसा होता है तो समाजवादी पार्टी चीफ मुलायम सिंह की अहम भूमिका रह सकती है. यदि अब लोकसभा चुनाव हों तो सपा को 34 सीटें मिलने का अनुमान है. उन्हें 13 सीटों का लाभ मिलता दिख रहा है.

इसी बीच गुरुवार को ही मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर दोहराया कि देश में न तो बीजेपी सरकार बनाएगी और न ही कांग्रेस. उन्होंने पूर्ण विश्वास के साथ कहा कि तीसरा मोर्चा ही सरकार बनाएगा.वहीं, आंध्र प्रदेश में कांग्रेस को 7 सीटें मिल सकती हैं. यदि ऐसा हुआ तो कांग्रेस को यहां 20 से अधिक सीटों के नुकसान का अनुमान है. आंध्र में वाईआरएस को 13 और टीआरएस को 12 सीटें मिल सकती हैं.गुजरात में लोकसभा सीटों का बंटवारा कुछ इस तरह होगा कि बीजेपी 21 पर जीत हासिल कर सकती है तो कांग्रेस को हिस्से पांच सीटों पर जीत का अनुमान है.बिहार में बीजेपी से अलग होने के बाद नीतीश कुमार की जदयू को नुकसान होता दिख रहा है. उसे 10 लोकसभा सीटों का नुकसान हो सकता है.

अब देखें, विधानसभा चुनावों में क्या होगा

देश के पांच महत्वपूर्ण राज्यों में विधानसभा चुनाव इसी साल के अंत में हैं. इनमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, मिजोरम और राजस्थान शामिल हैं. इंडिया टुडे-सी वोटर ओपिनियन पोल ने देश का मिजाज जानना चाहा तो सामने आया कि इन चुनावों में कांग्रेस विरोधी लहर प्रबल रहेगी.

मध्य प्रदेश में शिवराज की हैट-ट्रिक

पोल के अनुसार, मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान हैट-ट्रिक लगाते नजर आ रहे हैं. हालांकि उन्हें 21 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है और वह 21 सीटें कांग्रेस के पाले में जा रही हैं. फिर भी बीजेपी को 122 सीटें मिलने की संभावना है. कुल सीटें 230 हैं. मतलब शिवराज सिंह फिर से पूर्ण बहुमत की ओर बढ़ रहे हैं.कांग्रेस को 2008 में 71 सीटों पर जीत मिली थी तो इस पोल में 92 सीटें मिल रही हैं. बीजेपी को 2008 में 143 की बजाय अब 122 सीटें मिल रही हैं.

दिल्ली में केजरीवाल ने बिगाड़ा कांग्रेस-बीजेपी का गेम

70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली में शीला दीक्षित चौथी बार सत्ता में आने के दावे कर रही हैं. हालांकि यह पोल कहता है कि कांग्रेस के पलड़े में 28 सीटें आएंगी, जबकि 2008 में 43 सीटें मिली थीं. मतलब 15 सीटों का नुकसान हो रहा है.बीजेपी को दिल्ली में 28 सीटें मिलेंगी जबकि 2008 में 23 सीटें मिली थीं. मतलब 5 सीटों का लाभ. यहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों की सीटें बराबर आ रही हैं. अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के पाले में 9 सीटें जा रही हैं तो अन्य 5 सीटें ले जा सकती है. यहां कांटे की टक्कर कही जा सकती है लेकिन कांग्रेस को भारी नुकसान हो रहा है और बीजेपी को बहुत फायदा नहीं हो रहा. इसका मुख्य कारण अरविंद केजरीवाल को माना जा सकता है.

छत्तीसगढ़ में बची रहेगी बीजेपी की सरकार

छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार फिर से बनती दिख रही है. हालांकि उसे 2008 के मुकाबले 5 सीटों का नुकसान हो रहा है. कांग्रेस को 4 सीटों का लाभ होता दिख रहा है. बीजेपी को 45 सीटें मिल रही हैं तो कांग्रेस को 42. कुल सीटें 90 हैं.

राजस्थान में बीजेपी की वापसी

यह पोल कहता है कि वसुंधरा राजे राजस्थान में वापस आ रही हैं. यहां कांग्रेस 17 सीटों के नुकसान के साथ 79 पर सिमट सकती है तो बीजेपी 19 सीटों का फायदा लेकर 97 पर पहुंच रही है. यहां कुल सीटें 200 हैं. बीएसपी को इस बार 5 और अन्य को 19 सीटें मिल रही हैं.

सर्वे पर कितना यकीन!

यह सर्वे इंडिया टुडे ग्रुप और सी-वोटर की ओर से किया गया था. यह देश के सभी 28 राज्यों में किया गया. 2 अगस्त 2013 से लेकर 10 अगस्त 2013 तक 15 हजार 815 सैंपल लिए गए. इनके आधार पर पूरे आंकड़े तैयार किया गए. इसमें गलती की संभावना 3 प्रतिशत (कम या ज्यादा) हो सकती है.

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