नयी दिल्ली : कर्नाटक में विधानसभा की 223 सीटों के लिए जनता ने रविवार को मतदान कर नेताओं के तकदीर को इवीएम मशीनों में बंद कर दिया. मतगणना से पूर्व एग्जिट पोल के अनुमान के मुताबिक राज्य में ‘येदि फैक्टर’ भाजपा पर भारी पड़ा है. सत्तारूढ़ दल की सीटें घट कर आधी रह जायेंगी, जबकि कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन करते हुए बहुमत का आंकड़ा पार कर लेगी.
सीएनएन-आइबीएन की ओर से जारी अनुमानों के अनुसार 224 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 110 से 116 सीटें मिलने की संभावना है जबकि सत्ताधारी भाजपा को 43 से 53 सीटें मिल सकती हैं.
रविवार को 223 सीटों के लिए मतदान हुआ. चैनल के अनुसार एचडी देवेगौड़ा नीत जदएस को भी 43 से 53 सीटें मिल सकती है और अन्य पार्टियों को 16-24 सीटें. इससे पहले भी सीएनएन-आइबीएन और ‘द वीक’ ने अप्रैल के दूसरे सप्ताह में कर्नाटक पर चुनाव पूर्व सर्वेक्षण किया था. इसके मुताबिक कांग्रेस को 117-129 सीटें, भाजपा को 39-49 सीटें, जदएस को 34-44 और अन्य को 14-22 सीटें मिलने की संभावना है.
भारी पड़ा येदि फैक्टर!
सी वोटर के एग्जिट पोल के मुताबिक राज्य में कांग्रेस को 223 में से 114 सीटें मिल सकती हैं. 2008 के चुनावों में 80 सीटें मिली थीं. इस तरह 34 सीटों का लाभ होगा. लिंगायत समुदाय के नेता येदियुरप्पा के पार्टी से अलग होने से भाजपा को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है. भाजपा की सीटें 110 से घट कर 55 पर आने का अनुमान है. येदि की कर्नाटक जनता पार्टी(केजेपी) को 11 सीटें मिल सकती हैं. जेडी (एस) को 34 और अन्य को नौ सीटें. वहीं टुडे चाणक्य के एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस को 132, भाजपा को 38, जेडीएस 38 और अन्य को 15 सीटें मिलने का अनुमान है.
विस चुनाव
69 मतदान
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में रविवार को करीब 4.35 करोड़ मतदाताओं में से 69 प्रतिशत ने मताधिकार का प्रयोग किया. मतगणना आठ मई को होगी.
एग्जिट पोल का आकलन
सीएनएन-आइबीएन और सी वोटर के एग्जिट पोल के मुताबिक भाजपा को करारा झटका
कांग्रेस को 110-116सीटें मिलने की संभावना