जम्मू : शुक्रवार को किश्तवाड़ में सांप्रदायिक हिंसा फैलने के बाद उत्पन्न तनाव के कारण जम्मू क्षेत्र के तीन और जिलों उधमपुर, सांबा और कठुआ में आज कर्फ्यू लगा दिया गया और सेना ने फ्लैग मार्च निकाला. इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गयी थी और कई अन्य लोग घायल हो गये थे. किश्तवाड़ में आज लगातार तीसरे दिन कर्फ्यू जारी रहा और जम्मू और राजौरी जिलों में भी कर्फ्यू लगा दिया गया. कल रात आगजनी एवं हिंसा की कुछ घटनाओं के बाद यहां सेना बुला ली गई.
डोडा के भद्रवाह सहित उधमपुर, सांबा और कठुआ में आज कर्फ्यू लगा दिया गया. इस तरह से जम्मू क्षेत्र के 10 में से सात जिलों में कर्फ्यू लागू है. संभागीय आयुक्त शांतमनु ने पीटीआई को बताया उधमपुर, कठुआ और सांबा जिलों में आज एहतियातन कर्फ्यू लगा दिया गया और स्थानीय प्रशासन की मदद करने के लिए इन इलाकों में सेना को भी तैनात किया गया है.
उन्होंने कहा कि स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है. आज किसी तरह की अप्रिय घटना की खबर नहीं है. कई इलाकों में सेना ने फ्लैग मार्च निकाला है. उधमपुर, कठुआ और सांबा जिलों के पुलिस अधीक्षक :एसपी: स्थिति पर चौबीसों घंटे नजर रखे हुये हैं. अतिरिक्त बलों की तैनाती के बीच कश्मीर और देश के शेष हिस्सों को जोड़ने वाले एक मात्र पठानकोट-जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग को खुला रखा गया है.पुलिस ने बताया कि कर्फ्यू के दौरान इलाकों में लोगों के एक जगह जमा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. आगजनी और सांप्रदायिक तनाव की कुछ घटनाओं के बाद कल रात जम्मू और राजाैरी जिलों में प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया और सेना को तैनात कर दिया है.
महबूबा मुफ्ती को किश्तवाड़ जाने से रोका गया
पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती को आज जम्मू क्षेत्र के सांप्रदायिक हिंसा से प्रभावित किश्तवाड़ जिले जाने के लिए अपने घर से निकलने से रोक दिया गया.महबूबा ने कहा, ‘‘मेरे घर के बाहर एक पुलिस दल तैनात किया गया है और हमें घर के परिसर से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है.’’ पीडीपी प्रमुख ने कहा कि वह और उनके पार्टी के कुछ सहयोगी किश्तवाड़ शहर का दौरा करना चाहते थे.
किश्तवाड़ शुक्रवार को ईद के बाद से सांप्रदायिक हिंसा से प्रभावित है. महबूबा ने कहा, ‘‘मेरे काफिले को यहां :गुपकर स्थित महबूबा का घर: आने से रोका गया. केवल मेरे निजी सुरक्षाकर्मी को घर के अंदर आने दिया गया.’’ पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि राज्य विधानसभा में विपक्ष की नेता होने की वजह से राज्य के लोगों के प्रति उनकी एक जिम्मेदारी है.उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष के नेता के तौर पर लोगों के प्रति मेरी कुछ जिम्मेदारी है. हम किश्तवाड़ में जारी तनाव को शांत करने के लिए वहां का दौरा करना चाहते थे. हमारी पार्टी एक जिम्मेदार पार्टी है.’’वरिष्ठ अधिकारियों ने पीडीपी अध्यक्ष की आवाजाही पर लगी रोक को लेकर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया.