पुणे: गुजरात पुलिस द्वारा कथित रुप से फर्जी मुठभेड़ में मारी गई इशरत जहां को कालेज की निर्दोष लड़की करार देते हुए केंद्रीय मंत्री एवं राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मुसलमानों को उन पर अत्याचारों पर प्रतिक्रिया के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.
उन्होंने जांच एजेंसी द्वारा 2006 मालेगांव बम विस्फोट में निर्दोष मुस्लिम युवकों को निशाना बनाने का मुद्दा उठाया. इशरत जहां मुठभेड़ मामले के संदर्भ में पवार ने कहा, उसकी गलती क्या थी? कोई कालेज की निर्दोष लड़की आतंकवादी कैसे हो सकती है? इस मुठभेड़ में तीन लोगों को मार गिराया गया और अब पुलिस अधिकारियों की जांच की जा रही है. लेकिन वे परिवार बर्बाद हो गये. पवार यहां हिन्जेवाड़ी में एक बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे.