नयी दिल्लीः जवाहरलाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) कैंपस में कथित तौर पर अपने एक दोस्त के हमले का शिकार हुई 22 साल की रोशनी गुप्ता स्थानीय सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी के लिए लड़ रही है. कल गंभीर हालत में रोशनी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
डॉक्टरों ने कहा कि कल देर रात रोशनी का दूसरा ऑपरेशन किया गया ताकि उसके सिर में जमे खून के थक्के को हटाया जा सके. रोशनी पर कल जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज में कथित तौर पर उसके 23 साल के दोस्त आकाश ने हमला कर दिया था.
खुद जहर पीने और अपना गला काटने से पहले उसने रोशनी के सिर पर कुल्हाड़ी से कई दफा वार किया था. घटना के कुछ ही देर बाद आकाश ने एम्स के ट्रॉमा सेंटर में दम तोड़ दिया था. अस्पताल सूत्रों ने बताया कि न्यूरो सजर्री के सहायक प्रोफेसर डॉ. के बी शंकर ने रोशनी के सिर में जमे खून के थक्के हटाने के लिए कल देर रात उसका दूसरा ऑपरेशन किया था.
सूत्रों ने बताया कि रोशनी को वेंटिलेटर पर रखा गया है. उसकी हालत गंभीर तो बनी हुई पर उसमें सुधार के संकेत भी दिखाई दे रहे हैं. उसकी हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है. डॉक्टरों के मुताबिक, रोशनी के सिर पर गहरा जख्म है.