गुना : लोकतंत्र में जनता को सर्वोपरि बताते हुए भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के नेता अन्ना हजारे ने कहा है कि सरकारें भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है.जनतंत्र यात्रा के तहत पूर्व थलसेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह तथा पूर्व विधायक डा. सुनीलम के साथ यहां आये अन्ना हजारे ने आज यहां आरोप लगाया कि केंद्र सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है और इसलिए वह नहीं चाहती के लोकपाल विधेयक पारित हो. उन्होंने कहा कि सरकार ने वायदे के अनुसार लोकपाल विधेयक नहीं लाकर देश की सवा सौ करोड जनता के साथ धोखा किया है, लेकिन सरकार को यह सोचना होगा कि वह बादशाह नहीं है.
सजायाफ्ता जनप्रतिनिधियों के संबंध में उच्चतम न्यायालय द्वारा हाल ही दिये गये फैसले का स्वागत करते हुए हजारे ने कहा कि अदालत दागी नेताओं के लिये फास्ट ट्रेक कोर्ट बनाए और निश्चित समय सीमा में प्रकरणों का निराकरण हो. एक प्रश्न के उत्तर में अन्ना ने कहा कि केंद्र सरकार ने उन्हें लिखित में पत्र सौंपकर लोकपाल विधेयक पारित करने का भरोसा दिलाया था लेकिन भ्रष्टाचार के प्रति उसकी नीयत साफ नहीं होने के चलते यह विधेयक पारित नहीं हो सका.
उन्होंने कहा कि जनतंत्र यात्रा के माध्यम से वे मप्र के अलावा राजस्थान पंजाब और हरियाणा में जन समर्थन जुटा रहे हैं और अब उनका आंदोलन आरपार की लडाई वाला होगा. उन्होंने कहा कि उनका मकसद सरकार गिराना नहीं हैं बल्कि व्यवस्था में परिवर्तन लाना है.