भारतीय कैदी सरबजीत सिंह के परिवार ने मांग की है कि उसका शव उन्हें सौंप दिया जाये और उसे ‘शहीद’ घोषित किया जाये.
गौरतलब है कि सरबजीत की लाहौर के एक अस्पताल में देर रात 1.30 बजे मृत्यु हो गई. सरबजीत की मृत्यु कड़ी सुरक्षा वाले जेल में कैदियों द्वारा बर्बर हमला किए जाने के बाद पिछले छह दिनों तक अस्पताल में कोमा में रहने के बाद हुई.
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष राजकुमार वेरका ने प्रेस ट्रस्ट से कहा कि परिवार ने सरबजीत का पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किए जाने समेत अपनी मांगों के बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय को बता दिया है.
वेरका ने बताया कि उन्होंने यह भी मांग की है कि केंद्र परिवार की पूरी जिम्मेदारी ले.
उन्होंने कहा कि सरबजीत के परिवार की मांगों पर विचार करने के लिए सरकार बृहस्पतिवार को बैठक करेगी.
सरबजीत का परिवार 15 दिन के वीजा पर हमले के दो दिन बाद रविवार को पाकिस्तान गया था और बुधवार को भारत लौट आया.
सरबजीत की पत्नी सुखप्रीत कौर, बेटियां पूनम और स्वपनदीप कौर तथा बहन दलबीर कौर लाहौर से जमीनी सीमा के जरिए भारत लौटे.
वेरका ने कहा कि सरबजीत के परिवार के सदस्य मौत का समाचार मिलने के बाद सदमे में हैं. सरबजीत के परिवार के सदस्य वेरका के नयी दिल्ली स्थित निवास पर हैं.
वेरका ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास मांगें भेज दी हैं और गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे समेत केंद्रीय नेताओं के संपर्क में हैं.