कैनिंग, पश्चिम बंगाल: घायल होने के कारण जंगल से पकड़े गये एक बाघ को आज 11 महीने के बाद सुन्दरबन में छोड़ दिया गया.
वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि पिछले साल 26 जुलाई को पिरखली जंगल से बेहोश करके एक बाघ को पकड़ा गया और तब से इस जानवर का इलाज कोलकाता के अलीपुर चिड़ियाघर अस्पताल में चल रहा था.
इस बाघ को अक्सर एक नदी के तट पर लेटा हुआ देखा जाता था जिससे वन विभाग के कर्मचारियों को संदेह हुआ कि यह बाघ स्वस्थ्य नहीं है.
सूत्रों ने बताया कि इस जानवर को बेहोश किया गया और तब पता चला कि इसके पैरों में गंभीर जख्म था.
बाघ को चिड़ियाघर के अस्पताल ले जाया गया लेकिन इस जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया गया. सूत्रों ने बताया कि वहां के पशु चिकित्सकों द्वारा स्वस्थ्य घोषित किये जाने के बाद आज बाघ को सुन्दरबन के पंचमुखानी जंगल में छोड़ दिया गया.