नयी दिल्ली : चुनाव आयोग भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे को उनके उस बयान पर नोटिस जारी करने पर विचार कर रहा है जिसमें उन्होंने कहा था कि पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने निर्धारित सीमा से काफी अधिक आठ करोड़ रुपये खर्च किए थे. उधर कांग्रेस ने उन्हें लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराए जाने की मांग की है.
सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग दो दिन पहले मुंबई में एक कार्यक्रम में मुंडे के बयान के सबंध में साक्ष्य एकत्र कर रहा है. उन्होंने बताया कि आयोग सोमवार को मुंडे को नोटिस जारी कर सकता है. इस बीच कांग्रेस नेताओं ने मांग की है कि महाराष्ट्र के बीड के सांसद मुंडे को सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराया जाये.
कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि मुंडे ने चुनाव कानून का उल्लंघन किया है और उन्होंने खुद ही यह स्वीकार किया है. चुनाव आयोग को उचित कार्रवाई करनी चाहिए. मुंबई उत्तर से सांसद संजय निरुपम ने कहा कि लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार की व्यय सीमा 25 लाख रुपये है और मुंडे ने उस सीमा से 7.75 करोड़ रुपये अधिक खर्च किये हैं. उन्होंने मांग की कि लोकसभा में भाजपा के उपनेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
निरुपम ने कहा कि मुंडे को अयोग्य ठहराने के लिए चुनाव आयोग को कार्यवाही शुरु करनी चाहिए.उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, मैं मुंडे से पूछताछ और उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग से अनुरोध करुंगा.
दूसरी ओर भाजपा इस मुद्दे पर रक्षात्मक मुद्रा में दिखी और कहा कि मुंडे ने महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है कि चुनाव का खर्च सरकार की ओर से उठाया जाए.भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि मुंडे ने चुनाव का बढ़ता खर्च और चुनावों का खर्च सरकार द्वारा उठाए जाने का महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा कि वह समझते हैं कि मुंडे ने देश में एक महत्वपूर्ण चर्चा की शुरुआत की है.
पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने भी बचाव करते हुए कहा कि मुंडे की टिप्पणी के सार पर गौर नहीं करते हुए हमें बड़े मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए.
मुंडे को चुनाव के लिए अयोग्य ठहराया जाये : कांग्रेस
कांग्रेस ने आज मांग की कि पिछले आम चुनाव में अपने चुनाव प्रचार पर आठ करोड़ रुपये खर्च करने संबंधी भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे की टिप्प्णी के बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए.
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि मुंडे की टिप्पणी से पता लगता है कि उन्होंने चुनाव खर्च कानून का उल्लंघन किया है और चुनाव आयोग को इस पर गौर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार की व्यय सीमा 25 लाख रुपए है और मुंडे ने उस सीमा से 7.75 करोड़ रुपये अधिक खर्च किये हैं. उन्होंने मांग की कि लोकसभा में भाजपा के उपनेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
उत्तर मुंबई से सांसद निरुपम ने कहा कि चुनाव आयोग को मुंडे को अयोग्य ठहराने के लिए कार्यवाही शुरु करनी चाहिए. उन्होंने यहां कांग्रेस मुख्यालय के बाहर संवाददाताओं से कहा, मैं मुंडे से पूछताछ और उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग से अनुरोध करुंगा. मुंडे ने 27 जून को मुंबई में एक पुस्तक लोकार्पण समारोह में यह दावा किया था. उन्होंने कहा था कि काला धन पर काबू के लिए सरकार को चुनाव खर्च वहन करना चाहिए.
भाजपा नेता ने चुनाव आयोग को अपने खिलाफ कार्रवाई करने की चुनौती देते हुए कहा कि वह अयोग्य ठहराए जाने पर ध्यान नहीं देंगे क्योंकि अगला चुनाव कुछ ही महीने दूर है. निरुपम ने राजनीतिक दलों को आरटीआई कानून के दायरे से बाहर रखे जाने की हो रही पहल का समर्थन किया और कहा कि ऐसा नहीं होने पर पार्टियों को अनावश्यक सवालों का जवाब देना होगा.