नयी दिल्ली: डाक विभाग ने सभी तरह की बैंकिंग सेवाओं की पेशकश करने के लिए बैंक लाइसेंस के संबंध में आज रिजर्व बैंक के पास आवेदन किया.
दूरसंचार एवं आईटी मंत्री कपिल सिब्बल ने बताया, ‘‘ हमने आज रिजर्व बैंक से संपर्क किया है और उम्मीद है रिजर्व बैंक की सभी शर्तें पूरी होने से सैद्धांतिक मंजूरी मिल जाएगी.’’ ‘‘यदि यह मंजूरी मिल जाती है तो मुझे लगता है कि यह एक क्रांतिकारी कदम होगा क्योंकि इससे देश में बैंकिंग सेवाएं साधारण व्यक्ति के दरवाजे तक पहुंच जाएंगी. हालांकि, इस संबंध में मंत्रिमंडल की मंजूरी आवश्यक होगी.’’
रिजर्व बैंक नए बैंकिंग लाइसेंस देने की प्रक्रिया में है और उसने आवेदन करने की समय सीमा 1 जुलाई तय की है. देश में डाक विभाग के पास 1,54,822 डाक घरों का नेटवर्क है जिसमें 1,39,086 डाक घर ग्रामीण इलाकों में हैं और 15,736 डाक घर शहरी इलाकों में हैं.डाक विभाग की योजना पहले साल में 50 बैंक शाखाएं शुरु करने की है और 5 साल में इसे बढ़ाकर 150 शाखाओं पर पहुंचाने की है.
मंत्री ने कहा कि रिजर्व बैंक की सैद्धांतिक मंजूरी मिलने के बाद डाक विभाग को अपनी योजना पर आगे बढ़ने के लिए मंत्रिमंडल की मंजूरी की दरकार होगी.डाक बैंकों को डाक विभाग के स्वामित्व में रखने का प्रस्ताव है और इसका निदेशक मंडल पूरी तरह से स्वतंत्र होगा जिसमें वित्त मंत्रालय एवं संचार व आईटी मंत्रालय के प्रतिनिधि होंगे.