नयी दिल्ली: कांग्रेस ने आज उन खबरों को कोई तवज्जो नहीं दी कि पार्टी के वरिष्ठ नेता विद्या चरण शुक्ल का नाम उन शहीदों की सूची में नहीं है जो छत्तीसगढ में 25 मई को नक्सली हमले में मारे गये थे.
कांग्रेस महासचिव एवं छत्तीसगढ मामलों के प्रभारी बी के हरिप्रसाद ने कहा, ‘‘शुक्ल तथा एक और कांग्रेस कार्यकर्ता हमले में गंभीर रुप से घायल हुए थे और कई दिनों के बाद उनकी मृत्यु हुई थी. यह 28 लोगों की पहली सूची है जो नक्सली हमले में तत्काल मारे गये थे. शहीदों के रुप में दो और नाम शामिल किये जायेंगे.
उन्होंने कहा कि जो लोग भी इस माओवादी हमले में मारे गये हैं चाहे वे कांग्रेस कार्यकर्ता हों या सुरक्षाकर्मी सभी लोगों को शहीदों की सूची में शामिल किया जायेगा और मुआवजा दिया जायेगा. छत्तीसगढ सरकार और विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने हमले में मारे गये लोगों को शहीद का दर्जा देने की घोषणा की है. हालांकि इस सूची में शुक्ल का नाम शामिल नहीं है. उन्होंने 11 जून को गुड़गाव के एक अस्पताल में दम तोड़ा.
बस्तर में 25 मई को हुए इस नक्सली हमले में 27 लोग मारे गये थे जिनमें कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रमुख नंद कुमार पटेल और पार्टी नेता महेन्द्र कर्मा एवं उदय मुदलियार शामिल थे और कई लोग घायल हुए थे जिनमें शुक्ल भी शामिल थे.केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश और वी नारायण सामी तथा प्रदेश कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष चरण दास महंत ने कल जगदलपुर का दौरा कर पीड़ित परिवारों को चेक वितरित किया.